-पैरों में लगी दो गोली, गंभीर हालात में रैफर -चार साल पहले भी किया था हमला, तब पार्षद की मां, चाची व बेटे को लगी गोली
डीग शहर के भूड़ा गेट इलाके में बुधवार शाम दिनदहाड़े नगर परिषद के एक पार्षद पर बदमाशों ने फायर कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन उसे उपचार के लिए राजकीय अस्पताल लेकर आए। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल पार्षद को भरतपुर रैफर कर दिया गया। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सूचना पर शहर थाना प्रभारी रामकेश मीणा मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। पुलिस ने बताया कि पुरानी आपसी रंजिश को लेकर अऊ गेट निवासी पार्षद मुकेश सिंह पुत्र अच्छेलाल जाट पर बुधवार शाम भूड़ा गेट इलाके में एक ठाकुर की दुकान के सामने आरोपी भूड़ा गेट निवासी जीतू पुत्र प्रताप जाट और साहबसिंह उर्फ लुट्टन पुत्र केहर सिंह सहित एक अन्य ने फायरिंग कर दी। फायरिंग में पार्षद के दोनों पैरों की जांघों पर गोली लगी हैं। जिसे अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद भरतपुर रैफर किया गया है। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस की टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश में उनके संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। घटना में शामिल एक आरोपी थाने का एचएस है। पुलिस सरगर्मी से आरोपियों की तलाश में जुटी है।
तीन बार का पार्षद, नगर परिषद से जा रहा था घर
घायल मुकेश सिंह तीन बार से लगातार पार्षद है। पार्षद मुकेश सिंह ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद वह मुख्य बाजार नगर परिषद से बाइक पर सवार होकर अपने अऊ गेट स्थित घर जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में भरतपुर रोड पर भूड़ा गेट में ठाकुर की दुकान पर बैठे आरोपियों ने अचानक उस पर फायरिंग कर दी। बदमाशों ने पार्षद के पीछे कुछ दूर तक भागकर भी फायरिंग की। बताया गया है कि आरोपियों ने कई राउंड फायर किए। इसमें दो गोली पार्षद मुकेश सिंह के दोनों पैरों की जांघों पर लगी है। आरोपी दिनदहाड़े घटना को अंजाम देकर आसानी से बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। घटना के बाद पार्षद का पूरा परिवार सहमा हुआ है।
चार साल पहले भी की थी फायरिंग
फायरिंग की घटना में शामिल मुख्य आरोपी साहबसिंह उर्फ लुट्टन करीब चार साल पहले 17 जून 2020 की रात्रि को भी पार्षद और उसके परिवार पर जानलेवा हमला कर चुका है। हमले में पार्षद की मां ढक्कन देवी, उसकी चाची संजू व उसका पुत्र करन गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद भरतपुर रेफर किया गया था। जहां पार्षद के पुत्र करन को गंभीर चोट के कारण जयपुर रेफर कर दिया गया।