भरतपुर

जानिये…यूं अवैध संबंधों से शुरू हुई रंजिश, अब मां-बेटी की भी हत्या!

-घर में सो रही मां-बेटी की नृशंस हत्या, तीन महीने पहले जेल से बेल पर आई थी महिला

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Sep 04, 2024

कामां थाने के गांव भूड़ाका में मंगलवार देर रात को घर में सो रही मां-बेटी की धारदार हथियार से हत्या कर दी। लडक़ी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि महिला ने इलाज के दौरान कामां सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। डबल मर्डर को अंजाम रंजिश को लेकर दिया जाना बताया जा रहा है। वहीं मृतका के भाई ने नामजद 12 लोगों के खिलाफ कामां थाने मे मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने बुधवार को दोनों का पोस्टमार्टम कराकर जांच शुरू की है।
जानकारी के अनुसार कामां थाने के गांव भूड़ाका निवासी वेबा भोता देवी (35) पत्नी प्रहलाद गुर्जर करीब तीन महीने पहले ही अपने जेठ घंसो उर्फ घनश्याम गुर्जर की हत्या के आरोप में जेल से बेल पर बाहर आई थी। वह अपनी बेटी के साथ गांव भूड़ाका में रहती थी। मंगलवार देर रात भोता देवी व उसकी बेटी नेहा (17) घर में अकेले सो रहे थे। तभी कुछ लोग भोता देवी के घर में घुसे और धारदार हथियारों से दोनों पर हमला कर दिया। घटना में बेटी नेहा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि भोता देवी हमले के दौरान जोरों से चिल्लाई तो हमलावर उसे घायल हालत में छोडकऱ फरार हो गए। भोता देवी के चिल्लाने के बाद आसपास के लोग भोता देवी के घर पहुंचे। जिसके बाद उसे कामां सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान भोता देवी ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को कामां अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस ने घटना के सम्बन्धित साक्ष्य एकत्रित करने के लिए मौके पर एफएसएल टीम को बुलाया। वहीं मृतका के भाई पहाडी थाने के गांव पाण्डेका निवासी गोरखा सिंह पुत्र रामकिशन गुर्जर ने कामां थाने के गांव भूडाका निवासी तेजसिंह व बलराम पुत्र घनश्याम, पूरन पुत्र रामस्वरूप, महावीर पुत्र लल्लू, मनोज पुत्र महावीर, अनीता पत्नी तेजसिंह, धर्मवती पत्नी बलराम, धमाला पत्नी महावीर, शेरसिंह पुत्र नंदराम, भीकम पुत्र रामचंद गुर्जर सहित दो अन्य के खिलाफ कामां थाने में मामला दर्ज कराया गया है।

ऐसे जानिये पूरी कहानी

कामां थाने के गांव भूडाका निवासी भोता देवी के पति प्रहलाद गुर्जर का निधन 2014 में हो गया था। पति की मौत के बाद से भोता देवी अपने भाई के साले पहाड़ी थाने के गांव भैंसेड़ा निवासी भूपेंद्र पुत्र अमर सिंह से प्रेम करती थी। भोता अपने प्रेमी भूपेंद्र को चोरी छिपे अपने घर बुलाया करती थी। मृतका के जेठ घनश्याम गुर्जर का घर उसके सामने ही था। घनश्याम जब भूपेंद्र गुर्जर को भोता के घर आता जाता देखता तो वह भूपेंद्र को टोकता था और अपने छोटे भाई की पत्नी भोता पर निगरानी रखता था। इससे परेशान होकर भोता देवी ने भूपेंद्र के साथ षड्यंत्र रचकर अपने ही जेठ घनश्याम गुर्जर की 11 जुलाई 2023 को धारदार हथियार से हत्या करा दी। तत्कालीन सीओ प्रदीप यादव ने मामले की जांच की और हत्या में शामिल भोता देवी गुर्जर व भूपेन्द्र गुर्जर को 17 जुलाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। तीन महीने जेल में रहने के बाद भोता देवी गुर्जर की जमानत हो गई थी, लेकिन भूपेन्द्र गुर्जर अभी जेल में है।

ननिहाल में था मृतका का इकलौता पुत्र, इसलिए बची उसकी जान

गांव भूडाका में बदले की भावना से हुए इस डबल मर्डर में मृतका भोता देवी का इकलौता पुत्र 12 वर्षीय मोहित गुर्जर अपने ननिहाल पाण्डेका में गया हुआ था। अगर वह मां के पास होता था तो शायद उसको भी आरोपी नही छोड़ते।

Published on:
04 Sept 2024 07:44 pm
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