CG News: भिलाई स्टील प्लांट में 15 साल पहले 2009 में 8 कर्मचारी पर एक अधिकारी होते थे। वह आज घटकर हर 4 कर्मचारी पर एक अधिकारी हैं। 2015 के दौरान बीएसपी में नियमित कर्मियों की संख्या 29,209 थी। इस तरह से 70 फीसदी तक नियमित कर्मचारी कम हो चुके हैं।
CG News: भिलाई इस्पात संयंत्र में हर 4 कर्मचारी पर 1 अधिकारी है। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें, तो साफ होता है कि हर साल 1200 से अधिक कर्मचारी रिटायर्ड हो रहे हैं। इसके एवज में नए कर्मियों की भर्ती नहीं हो रही है। वहीं कुछ कर्मचारी विभागीय परीक्षा देकर अधिकारी बन गए हैं। अब उत्पादन का सारा जिम्मा धीरे-धीरे ठेका श्रमिकों के हाथ आते जा रहा है। बीएसपी अब उत्पादन में जो भी नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, उसमें सीधे तौर पर ठेका श्रमिकों का योगदान देखा जा सकता है।
बीएसपी में नियमित कर्मियों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। हर माह 100 से अधिक कर्मचारी रिटायर्ड हो रहे हैं। अधिकारी कम है, इस वजह से रिटायर्ड भी कम हो रहे हैं। इस तरह से औसत देखा जाए, तो कर्मचारी अधिक रिटायर्ड हो रहे हैं। भर्ती उस औसत में नहीं हो रही है।
CG News: भिलाई स्टील प्लांट में कई अहम स्थान पर रेग्यूलर कर्मचारियों के साथ ठेका श्रमिक काम कर रहे हैं। नियमित कर्मचारी तकनीति तौर पर बेहद कुशल हैं। उनके पास ढेर सारा अनुभव है। ठेका श्रमिक शिक्षा और तकनीक दोनों ही मामले में उनसे पीछे हैं। इससे संयंत्र की कीमती मशीन का इस्तेमाल अकुशल हाथों में जाने का खतरा बना हुआ है।
ग्रेड 2015 ग्रेड 2024
जूनि. ऑफिसर 313 ई-0 224
जूनि. मैनेजर 405 ई-1 149
असि. मैनेजर 715 ई-2 317
डिप्टी मैनेजर 418 ई-3 266
मैनेजर 302 ई-4 298
सीनियर मैनेजर 330 ई-5 588
एजीएम 592 ई-6 213
डीजीएम 583 ई-7 477
जीएम 46 ई-8 39
ईडी 8 ई-9 8
कुल 3712 2579
बढ़ रही है दुर्घटनाएं बीएसपी में उत्पादन से जुड़ा काम नियमित कर्मियों की जगह ठेका श्रमिकों के हाथों में चले जाने से हादसे हो रहे हैं। नियमित कर्मियों की तरह ठेका श्रमिक सुरक्षा पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसमें ठेका श्रमिकों की जान जा रही है।
CG News: भिलाई स्टील प्लांट में 2009 के दौरान 3544 अधिकारी थे। 2024 में वह घटकर 2579 रह गए हैं। इस तरह से अधिकारियों की संख्या भी करीब 1000 घट गई है। बीएसपी कर्मियों ने ई-0 परीक्षा दिया। इसके बाद 192 से अधिक कर्मचारियों को प्रमोशन मिला है।। इससे अधिकारियों की संख्या बढ़ी है।