भिलाई

स्कूली छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी… 9वीं के 75 हजार और 11वीं के छात्र पाएंगे सवा लाख रुपए, फटाफट यहां जानें डिटेल्स

CG News: विद्यार्थियों को इसके लिए प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के आवेदन करने होंगे। आवेदन ऑनलाइन होंगे, जिसकी शुरुआत जून-जुलाई में होगी।

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May 11, 2024

Chhattisgarh News: कक्षा 8वीं के परिणाम घोषित हो चुके हैं, वहीं गुरुवार को कक्षा 10वीं के नतीजे भी आ गए। ऐसे में कक्षा 9वीं और 11वीं में पहुंचने वाले ऐसे बच्चे जिन्होंने अच्छे अंक हासिल किए हैं, लेकिन आगे की पढ़ाई रुपए की तंगी के चलते प्रभावित हो सकती है, उनके लिए खुश खबर है। दुर्ग जिले की स्कूलों के ऐसे बच्चे जो पढ़ने में तेज हैं, लेकिन फीस चुकाने में आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, ऐसे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसलिए केंद्र सरकार इन्हें सवा लाख रुपए सालाना की मदद करेगी।

विद्यार्थियों को इसके लिए प्रधानमंत्री यशस्वी छात्रवृत्ति योजना के आवेदन करने होंगे। आवेदन ऑनलाइन होंगे, जिसकी शुरुआत जून-जुलाई में होगी। इस स्कॉलरशिप के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी परीक्षा ले सकती है, या मेरिट के आधार पर चयन किया जा सकता है। चयनित होने पर 9वीं के छात्र को 75 हजार और कक्षा 11वीं के विद्यार्थी को सवा लाख रुपए की सालाना मदद मिलेगी। रकम सीधे उनके बैंक खाते में आएगी।

कौन भर सकता है फार्म

अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) और गैर-अधिसूचित उमीदवार। घुमंतू और अर्ध घुमंतू अनुसूचित जनजातियां (डीएनटी,एसएनटी) श्रेणियां, जिनके माता-पिता की अभिभावक की वार्षिक आय सभी स्रोत मिलाकर 2.5 लाख रुपए से अधिक नहीं होना चाहिए। चयनित विद्यालयों में कक्षा 9वी और कक्षा 11वी में पढ़ रहे हैं। ग्रामीण और शहरी दोनेां ही स्कूलों बच्चे इसमें शामिल हो सकते हैं। शासकीय और निजी स्कूल का बंधन नहीं है।

फॉर्म जमा करने दस्तावेज

आधार कार्ड

8वीं उत्तीर्ण प्रमाण पत्र

10वीं पास सर्टिफिकेट

वर्तमान पासपोर्ट फोटो

उमीदवार का हस्ताक्षर

ईमेल आईडी

फोन नंबर

आय प्रमाण पत्र

जाति प्रमाण पत्र

कौन लेगा एंट्रेंस एग्जाम

योजना के तहत छात्रवृत्ति प्रदान करने के लिए उमीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के माध्यम होगा। यह परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए कराएगी। ये परीक्षा पेन और पेपर मोड (ओएमआर आधारित) होगी। परीक्षा का पैटर्न वस्तुनिष्ठ रहेगा, जिसमें 100 बहुविकल्पीय प्रश्न (एमसीक्यू) पूछे जाएंगे। इन परीक्षा के लिए ढाई घंटे (150 मिनट) मिलेंगे। मीडियम अंग्रेजी और हिंदी दोनों ही रहेगा। पिछले साल अधिक छात्र संया होने के कारण यह स्कॉलरशिप मेरिट के आधार पर दे दी गई थी, लेकिन इस साल एनटीए द्वारा परीक्षा कराने की संभावना है।

परीक्षा प्रभारी पवन कुमार सिंह का कहना है कि जिले के ऐसे मेधावी बच्चे जो पढ़ने में तेज हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। ऐसे में यह योजना उनके लिए बेहद लाभकारी है। चयन परीक्षा में चयनित होने पर उन्हें सालाना सवा लाख रुपए मिलते रहेंगे। जिससे वे बिना आर्थिक तंगी के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे।

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