Bhilai News: इंतजार खत्म हुआ। प्रदेश के फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का आगाज 13 अक्टूबर से होगा। इसमें बी.फार्मेसी, डी.फार्मेसी और एम.फार्मेसी के विद्यार्थी शामिल होंगे।
Pharmacy Counseling: इंतजार खत्म हुआ। प्रदेश के फार्मेसी कॉलेजों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग का आगाज 13 अक्टूबर से होगा। इसमें बी.फार्मेसी, डी.फार्मेसी और एम.फार्मेसी के विद्यार्थी शामिल होंगे। पहले चरण की काउंसलिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन 18 अक्टूबर तक भरे जाएंगे। पहली मेरिट सूची का प्रकाशन 24 अक्टूबर को किया जाएगा। इसके बाद 25 अक्टूबर तक दावा-आपत्ति के लिए समय दिया जाएगा।
प्रथम चरण की सीटों का आवंटन 29 अक्टूबर को होगा। जिन विद्यार्थियों को सीट आवंटित हो जाएगी, उनको 30 अक्टूबर से लेकर 4 नवंबर तक कॉलेज पहुंचकर एडमिशन लेना होगा। इसके बाद दूसरे चरण की शुरुआत 7 नवंबर से होगी और 10 नवंबर तक आवेदन करने होंगे। दूसरी मेरिट सूची 12 नवंबर को आएगी। विद्यार्थी 13 नवंबर तक दावा-आपत्ति करेंगे। फिर 15 नवंबर को सीटों का आवंटन होगा। आवंटन सूची में शामिल विद्यार्थियों को 16 से 19 नवंबर तक तय कॉलेजों में जाकर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
इस साल काउंसलिंग के प्रमुख दो चरण होंगे। इसके बाद तीसरा चरण से दाखिला दिया जाएगा। ये संस्थावर काउंसलिंग (आईएल) होगी, जिसके ऑनलाइन आवेदन 21 से 25 नवंबर तक भरे जाएंगे। इसके बाद मेरिट सूची का प्रशासन 27 नवंबर को होगा। संस्थावार काउंसलिंग में दावा-आपत्ति का मौका नहीं मिलेगा। मेरिट सूची के अनुसार संस्था स्तर पर आवंटन के लिए विद्यार्थियों को संबंधित संस्था में 1 दिसंबर को सुबह 10 बजे पहुंचना होगा। संस्था द्वारा आवंटित सीटों पर प्रवेश लेने के लिए 5 दिसंबर तक मौका मिलेगा। यदि संस्था में सीटें रिक्त रह जाती हैं तो 5 दिसंबर को 1.30 बजे से 6 दिसंबर शाम 5.30 बजे तक शेष छात्रों को प्रवेश दिया जा सकेगा।
पंजीयन से लेकर अलॉटमेंट में आने वाली दिक्कतों का समाधान करने के लिए दुर्ग पॉलीटेक्निक कॉलेज को सुविधा केंद्र बनाया गया है। कार्यालयीन समय में यहां एक्सपर्ट मौजूद रहेंगे। डीटीई ने दस्तावेज परीक्षा केंद्र यानी डीवीसी को इस साल से बंद किया है, वहीं इसे सुविधा केंद्र में तब्दील कर दिया है। इसके अलावा रविवार और अवकाश के दिन भी सुविधा केंद्र खुले रहेंगे।
सबसे पहले अपना छत्तीसगढ़ मूल निवास पत्र तैयार लीजिए। यह इसलिए क्योंकि इस साल डीटीई ने दस्तावेज सत्यापन केंद्र को बंद कर दिया है। दस्तावेज कॉलेज खुद जांचेगा। ऐसे में मूल निवास प्रमाण पत्र नहीं होने पर प्रवेश निरस्त माना जाएगा। मूल निवास बनाने के लिए कॉलेज छात्र को अतिरिक्त समय भी नहीं दे पाएंगे। डीटीई ने हाल ही में बैठक लेकर सभी कॉलेजों को साफ कह दिया है कि मूल निवास और जाति प्रमाण पत्र की मूल प्रतियां ही दिखानी होंगी। दस्तावेज बनाने के लिए मिली पावती से काम नहीं चलेगा। ऐसे में निवास और जाति प्रमाण पत्र अप-टू-डेट करने समय कम बचा है।
फार्मेसी की काउंसलिंग 13 अक्टूबर से शुरू होगी। इस साल दो प्रमुख चरण के साथ एक चरण संस्थावार काउंसलिंग का होगा। विद्यार्थियों की सहायता के लिए सुविधा केंद्र स्थापित किए गए हैं। - डॉ. अमिताभ दुबे, काउंसलिंग प्रभारी, डीटीई