Tehsildar on mass leave: संसाधनों की कमी और काम के बोझ से परेशानी का आरोप लगाते हुए तहसीलदारों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में सामूहिक अवकाश लेकर धरना दिया।
Tehsildar on mass leave: संसाधनों की कमी और काम के बोझ से परेशानी का आरोप लगाते हुए तहसीलदारों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में सामूहिक अवकाश लेकर धरना दिया। छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले धरना में तहलीदारों ने तहसीलों में सेटअप के हिसाब से पदस्थापना नहीं होने की सूरत में उन्हें लोक सेवा गारंटी के तहत समय सीमा की बाध्यता से मुक्त किए जाने की मांग की। इस दौरान तहसीलदारों ने संसाधन नहीं तो काम नहीं का ऐलान किया।
संघ की जिला अध्यक्ष क्षमा यदु ने बताया कि धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार के समक्ष 17 सूत्रीय मांग रखी जा रही है। इससे पहले भी पत्राचार कर इन मांगों व समस्याओं से शासन को अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया तहसील कार्यालयों में तहसीलदारों को संसाधनों की कमी, मानव संसाधन के साथ तकनीकी सुविधाओं की कमी, सुरक्षा, शासकीय वाहन व प्रशासनिक सहयोग की अनुपलब्धता से कार्य निष्पादन में कठिनाई जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
मांगों पर कोई पहल नहीं होने पर संघ के प्रांतीय इकाई के निर्णय अनुसार चरणबद्ध आंदोलन किया जा रहा है। निजी संसाधनों से कार्य बंद रखने के बाद अब सामूहिक अवकाश लेकर तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस क्रम में 29 जुलाई को संभाग और 30 जुलाई को प्रदेश स्तर पर सामूहिक अवकाश लेकर राजधानी में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान संघ के प्रांतीय संयोजक गुरुदत्त पंचभाई, गुलेश्वर नाथ खुटे, दुर्ग तहसीलदार प्रफुल्ल गुप्ता, वासुमित्र दीवान, मनोज रस्तोगी सहित जिले के तहसीलदार व नायब तहसीलदार मौजूद थे।