दुर्ग राजहरा के बीच चलने वाली सभी लोकल गाडिय़ां खचाखच भरी हुई है। राखी त्यौहार का समय चल रहा है। ऐसे में रविवार की शाम 6.55 पर राजहरा से दुर्ग तक जाने वाली डेमू के राजहरा स्टेशन से रवाना होने के लिए शाम 7.19 सिग्नल हुआ। गाड़ी चंद कदम चली और रुक गई। थोड़ी देर बाद फिर कुछ फीट चलने के बाद रुक गई। इसके बाद काफी देर तक कोई हलचल न होता देख, यात्री इंजन के पास पहुंचे, तो पता चला कि इंजन के एक्सेल का तापमान 104 डिग्री सेल्सियस दिखा रहा है। 1 घंटे से ज्यादा देर तक स्टेशन व स्टेशन मास्टर के रूम में बातचीत चलती रही। सीटू नेता ने बताया कि राजहरा रेलवे स्टेशन में लोग हंगामा करने लगे। लोग स्टेशन में हंगामा करते रहे, आखिर में 2 घंटे के बाद गाड़ी को रद्द करने की घोषणा कर दी गई। वहीं सोमवार की सुबह भी लोकल को करीब 50 मिनट विलंब किया गया।
राजहार रेलवे स्टेशन Rajhar railway station में सोमवार को अंतागढ़ से सुबह 5.40 बजे आने वाली गाड़ी एक घंटा विलंब थी। वहीं 6.20 बजे राजहरा से दुर्ग तक जाने वाली गाड़ी थी, जिसे समय पर छोड़ा जा सकता था, लेकिन रेलवे के अधिकारियों ने निर्णय लिया कि पहले अंतागढ़ से आने वाली गाड़ी छोड़ेगे उसके बाद ही राजहरा से जाने वाली गाड़ी को रवाना किया जाएगा। इस तरह समय पर गाड़ी छोड़ा जा सकता था, उस गाड़ी को भी लेट से छोड़ा गया। इस लोकल को जानबूझकर 50 मिनट लेट deliberately delayed by 50 minutes किया गया। लोग स्टेशन मास्टर station master, पर चढ़ाई करते रहे स्टेशन मास्टर ऊपर के अधिकारियों को वस्तु स्थिति बताते रहे। इसके बाद भी पहली गाड़ी पहुंची, तब दूसरी लोकल को विलंब से छोड़ा गया।
सीटू के नेता जेपी त्रिवेदी CITU leader JP Trivedi ने बताया कि यह लोकल डीजल इंजन से चलती है, इसका रिपेयर गोंदिया repaired in Gondia में किया जाता है, उस गाड़ी की जानकारी रखने वाला मैकेनिक ने जब एक्सेल पर टेंपरेचर गन से तापमान लिया, तो उसका तापमान 104 डिग्री सेल्सियस temperature gun, it showed 104 degrees Celsius दिख रहा था। उसका तापमान 84 डिग्री से ज्यादा नहीं होना चाहिए। ऐसे में मैकेनिक ने साफ कह दिया कि इतने टेंपरेचर में इस गाड़ी को चलाने की इजाजत नहीं दे सकता। इस टेंपरेचर पर गाड़ी चलाना खतरनाक हो सकता है। गाड़ी कहीं पर भी रास्ते में रुक सकती है या अन्य कोई परेशानी भी आ सकती है। पिछले सप्ताह कुसुमकसा के पास कुछ इसी तरह से गाड़ी रुक गई थी, ऐसे में ऊपर के अधिकारी अनुमति देंगे तभी गाड़ी चल सकती है।
सीटू नेता ने बताया कि मेमू के एक्सेल MEMU's axle rising, के तापमान को बढ़ा हुआ देख मैकेनिक ने हर उस अधिकारी को टेलीफोन से सूचित किया जिन्हें निर्णय लेकर गाड़ी चलाने अथवा ना चलाने का आदेश नीचे भेजना था किन्तु भारी जद्दोजहद के बाद भी ऊपर के अधिकारी 2 घंटे तक कोई निर्णय लेकर नीचे सूचित नहीं किया। इधर स्टेशन में उपस्थित यात्री परेशान हो रहे थे मैकेनिक से लेकर स्टेशन मास्टर तक लगातार ऊपर के अधिकारियों को फोन लगाते रहे किंतु ऊपर के अधिकारियों का कोई निर्णयत्मक जवाब नहीं आया। https://www.patrika.com/videos/exclusive/watch-video-rain-water-is-not-being-drained-in-kailash-nagar-19805534