स्कूलों में जगह है न पौधे, कैसे होगी पालना
प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्यनरत छात्रों व शिक्षकों को हर दिन लाखों पौधे लगाने होंगे। यह फरमान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने दिया है। दिलावर ने बुधवार को हरियालो राजस्थान के तहत एक पेड़ मां के नाम अभियान को लेकर प्रदेश के सभी शिक्षा अधिकारियों की वीसी ली। इसमें कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को एक माह में 300 तथा प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी को 450 पौधे लगाने होंगे। इस आदेश के बाद शिक्षकों के हाथ-पैर फूल गए हैं। अकेले भीलवाड़ा जिले की बात करे तो एक दिन में कम से कम 30 लाख पौधे लगाने होंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग के न तो जगह और ना ही इतने पौधे हैं।
नामांकन, घर-घर सर्वे अब पौधे
प्रदेश में प्रवेशोत्सव चल रहा है। इसके तहत नामांकन हो रहा है। शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों का सर्वे कर रहे है। ऐसे में शिक्षा मंत्री दिलावर ने प्रदेश के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे अपने स्कूल के हर बच्चों को 10 व हर कार्मिक को 15 पौधे प्रतिदिन लगाने की तैयारी करें। यानी एक माह में एक विद्यार्थी को 300 व कार्मिक को 450 पौधे लगाने है।
2.80 लाख छात्रों का नामांकन, 17472 कार्मिक
जिले में पहली से 12वी तक की 2808 सरकारी स्कूल हैं। इनमें 10 जुलाई तक 2 लाख 80 हजार से अधिक छात्रों का नामांकन हो चुका है। इनके अनुसार एक दिन में विद्यार्थियों को 28 लाख पौधे लगाने होंगे। वही जिले में 17,472 कार्मिक है। एक कार्मिक को 15 यानी 2.62 लाख पौधे कार्मिक को प्रतिदिन लगाने है। इन दोनों को मिलाकर एक दिन में 30.62 लाख पौधे होते है। शिक्षक नेताओं का कहना है कि इतने पौधे न तो सरकारी नर्सरी में है और ना ही निजी नर्सरी या जिला परिषद की नर्सरी में है। इतनी बड़ी संख्या में पौधो को लगाने के लिए स्कूलों या खेल मैदान में जगह भी नहीं है।
दिए तीन विकल्प
शिक्षा मंत्री दिलावर ने शिक्षकों को पौधे लगाने के लिए तीन विकल्प दिए हैं। पहला पौधे लगाना, पेड़ों की टहनिया लगाना, बीज रोपित करना तथा शीड बोल का छिड़काव करना है। स्कूलों के हालत यह है कि विद्यार्थियों के बैठने के लिए कक्षा कक्ष भी पर्याप्त नहीं है। फिर भी विभाग की मंशा है कि किसी सार्वजनिक स्थान एवं आसपास के पार्कों में पौधरोपण किया जाए। शिक्षा मंत्री के अनुसारपौधा लगाने के बाद हरियालो एप पर उसकी जिओ टैगिंग भी करनी होगी ताकि पौधे की लगातार मॉनिटरिंग की जा सके।
भीलवाड़ा जिले की स्थिति