राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में दिव्यांग सुरेश भील तीन साल से खाट पर जीवन बिता रहा है। सुरेश शादी-ब्याह में टेंट लगाते समय गिर गया था, इससे उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई थी।
भीलवाड़ा: आसींद के हुरड़ा उपखंड क्षेत्र की आणदातड़ा पंचायत मुख्यालय निवासी दिव्यांग को किसी तरह की योजनाओं का लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है। वह प्रधानमंत्री आवास और स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय से भी अब तक वंचित है।
बता दें कि 29 वर्षीय दिव्यांग सुरेश भील शादी-ब्याह में टेंट के कार्य की मजदूरी करते समय 17 मई 2022 को थरोदा का गुलाबपुरा में टेंट लगाते समय अचानक गिर गया था। इससे उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी। उसका ऑपरेशन भीलवाड़ा चिकित्सालय में किया गया।
उसके बाद सुरेश अपने दोनों पैरों से चल फिर नहीं सकता। तीन साल से सिर्फ खाट पर ही जीवन बिता रहा है। पत्नी घणी देवी भी उसे इस हालत में छोड़कर पीहर चली गई। सात वर्षीय बेटा जितेश भील तथा बेटी चंदा कक्षा चार की छात्रा है। दिव्यांग सुरेश अपने बच्चों की परवरिश कर रहा है। बच्चों के लिए वह बैठे-बैठे खाना बनाता है।
सुरेश का कहना है कि मैं दोनों पैरों से नहीं चल सकता और मेरे घर पर शौचालय नहीं है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत मेरे यहां शौचालय बनाया जाए एवं चलने फिरने के लिए ट्राई साइकिल दिलाई जाए। भील ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी आर्थिक सहायता की गुहार लगाई है।