विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने नवरात्रि में गरबा पंडालों में केवल हिंदुओं के प्रवेश का निर्णय लिया है। आयोजकों को आधार कार्ड और तिलक से पहचान कर प्रवेश दिलाने को कहा गया है। साथ ही अश्लील गाने रोकने और सांस्कृतिक वेशभूषा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
भीलवाड़ा: विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित गरबा पंडालों को लेकर भीलवाड़ा जिले में आयोजन समितियों की बैठक माहेश्वरी भवन, आजाद नगर में हुई। बैठक में शहर में नवरात्रि के दौरान गरबा आयोजनों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने और कार्यक्रम को सुरक्षित एवं सांस्कृतिक रूप से सुव्यवस्थित रखने के दिशा-निर्देश दिए गए।
बता दें कि बजरंग दल महानगर संयोजक मुकेश प्रजापत और प्रचार-प्रसार प्रमुख विराट सोनी ने बताया, हाल के समय में शहर में लव-जिहाद जैसी घटनाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि नवरात्रि के दौरान सभी गरबा पंडालों में केवल हिंदू व्यक्तियों को प्रवेश दिया जाएगा। गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा। इसके लिए आयोजकों को निर्देश दिए गए कि पंडाल में आने वाले सभी प्रतिभागियों का आधार कार्ड और पहचान की पुष्टि की जाए। साथ ही तिलक लगाकर ही उन्हें प्रवेश दिया जाए।
यह भी तय किया गया कि गरबा में अश्लील या फूहड़ गानों को पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाएगा। इसके साथ ही माताओं और बहनों से आग्रह किया गया कि वे ऐसे व्यक्तियों से दूर रहें, जो अपना नाम बदलकर या अन्य तरीकों से किसी को लव-जिहाद का शिकार बनाने का प्रयास कर सकते हैं। सभी प्रतिभागियों को हिंदू संस्कृति के अनुरूप वेशभूषा में ही गरबा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
बैठक में सभी उपस्थित कार्यकर्ताओं ने प्रस्ताव को स्वीकार किया और भरोसा दिलाया कि वे अपने-अपने कार्यक्रमों में सभी प्रतिभागियों का आधार कार्ड चेक करेंगे, तिलक लगाएंगे और गैर-हिंदुओं को प्रवेश नहीं देंगे। इस तरह से नवरात्रि में आयोजित होने वाले सभी गरबा कार्यक्रम सुरक्षित और सांस्कृतिक रूप से सुचारू रूप से संपन्न होंगे।