- एनजीटी के आदेशों की पालना नही करवा पा रहा प्रशासन
Bhilwara news : कोठारी नदी में जगह-जगह शहर का कचरा पड़ा हुआ है। इससे वहा पर दुर्गंध आ रही है। पालड़ी मार्ग पर जाने वाले मार्ग के दोनों और कचरे के ढेर लगे है। जबकि एनजीटी ने कोठारी नदी को प्रदूषण व अतिक्रमण मुक्त करने के आदेश नगर विकास न्यास को दे रखे है। फिर भी इस और ध्यान नहीं दिए जाने से नदी की दशा बदली जा रही है।
पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने कलक्टर जसमीत सिंह संधु को पत्र लिखकर एनजीटी के आदेश की पालना में कोठारी नदी का सीमांकन करने, नदी को प्रदूषणमुक्त करने, अतिक्रमण हटाने, नदी के दोनों किनारों पर 2 लाख पौधे लगाकर प्राकृतिक रिवरफ्रंट विकसित करने की मांग की है। जाजू ने बताया कि कोठारी नदी शहर के समीप है, जो अतिक्रमण व प्रदूषण व गंदगी से घिरी हुई है। शहर का कचरा व निर्माण अपशिष्ट (मलवा) भी वहां डाला जा रहा है। शहर का सीवरेज मलमूत्र वाला लाखों लीटर पानी प्रतिदिन कोठारी नदी में जा रहा है। इससे नदी का मूल स्वरुप नष्ट हो चुका है। नदी पर लाखों की संख्या में आने वाले प्रवासी पक्षी भी नदी में गंदगी के कारण आना बंद हो गए है। नदी के दोनों ओर करोड़ों की जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर रखा है। जाजू ने बताया कि पूर्व कलक्टर आशीष मोदी ने आरपीसी, नगर निगम, नगर विकास न्यास, राजस्व तथा सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ नदी का अवलोकन कर अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। नदी में अतिक्रमण न हो इसके लिए न्यास के अधिशाषी अभियंता की भी नियुक्ति की थी। बावजूद उसके वहां अतिक्रमण हो रहा है।