
A surge of devotion was witnessed at Swastidham.
स्वस्तिधाम में विराजित आचार्य प्रज्ञा सागर, आर्यिका स्वस्ति भूषण एवं सरस्वतीमती के दर्शनार्थ शनिवार को हजारों श्रद्धालु उमड़ पड़े। दिनभर स्वस्तिधाम में भक्तों का रैला लगा रहा। जयपुर, निवाई, टोंक, मालपुरा, टोडा व चाकसू सहित विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 50 से अधिक बसों में श्रद्धालु यहां पहुंचे। श्रद्धालुओं ने आचार्य प्रज्ञा सागर को जयपुर चातुर्मास के लिए श्रीफल भेंट किए। इस अवसर पर आचार्य ने जयपुर आने का आश्वासन देते हुए कहा कि वे किस मार्ग से आएंगे, यह फिलहाल तय करना संभव नहीं है। दोपहर में मुनिसुव्रतनाथ के विधान की पूजा-अर्चना हुई। आचार्य प्रज्ञा सागर ने प्रवचन में कहा कि स्वस्तिधाम क्षेत्र विश्व में अलौकिक, अनुपम एवं अत्यंत सुंदर स्थल है, जहां अतिशयकारी मुनिसुव्रतनाथ भगवान विराजमान हैं। यह सब भक्तों की श्रद्धा और समर्पण का प्रतिफल है। इससे पूर्व प्रातःकाल मुनिसुव्रतनाथ का अभिषेक एवं शांतिधारा की गई। कार्यक्रम के दौरान कोटा से पैदल यात्रा कर पहुंचे श्रद्धालुओं का आयोजन समिति की ओर से स्वागत एवं सम्मान किया गया। संध्या में आरती का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
Published on:
21 Dec 2025 09:05 am
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