भीलवाड़ा

कमेटी की चेतावनी बेअसर, नालों में फिर छोड़ा दूषित पानी

विधायक भंडाणा का आरोप, बैठक के 24 घंटे बाद ही फिर प्रदूषण, कलक्टर व सांसद को भेजा वीडियो गांवों की सब्जियां हो रही जहरीली, मंडी तक पहुंच रहा जहर

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Sep 18, 2025
Committee's warning goes in vain, polluted water released into drains again

शहर व आसपास के इलाकों में दूषित व केमिकल युक्त पानी का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट में गठित जांच कमेटी की बैठक में तय हुआ था कि कोई भी प्रोसेस हाउस संचालक अगर दूषित पानी छोड़ेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। लेकिन बैठक के 24 घंटे भी पूरे नहीं हुए और चित्तौड़गढ़ मार्ग स्थित नाले में बुधवार को फिर जहरीला पानी छोड़ने का मामला सामने आ गया। इस बार किसी और ने नहीं बल्कि मांडल विधायक उदयलाल भडाणा ने स्वयं इसकी शिकायत जिला कलक्टर व भीलवाड़ा सांसद से की और वीडियो भी भेजा।

बैठक में हुआ था निर्णय

सरकार ने मांडल विधायक उदयलाल भडाणा की ओर से विधानसभा में उठाए गए सवाल के बाद प्रोसेस हाउसों से निकलने वाले दूषित पानी को लेकर जांच कमेटी का गठन किया था। इसमें भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक अशोक कोठारी, लादूलाल पितलिया, जब्बरसिंह सांखला, भडाणा, जिला कलक्टर जसमीतसिंह संघू, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक घनेटवाल सहित कृषि व जलदाय विभाग के अधिकारी शामिल थे। बैठक में तय हुआ था कि किसी भी प्रोसेस हाउस की ओर से केमिकलयुक्त पानी छोड़े जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।

बोरवेल व टैंकर से भी खेल

बैठक में विधायकों ने आरोप लगाया कि प्रोसेस हाउस संचालक न केवल नालों में केमिकलयुक्त पानी डाल रहे हैं बल्कि इसे बोरवेलों में भी डाला जा रहा है। इसके अलावा आरओ रिजेक्ट पानी को टैंकरों से सड़क व सरकारी नालों में भी छोड़ा जा रहा है। आरपीसीबी की टीम को भी रात के समय किए गए औचक निरीक्षण में दूषित पानी टैंकरों के माध्यम से छोड़ने के सबूत मिले थे।

गांवों में सब्जियां हो रही जहरीली

गुवारड़ी नाले से निकलने वाला दूषित पानी मंगरोप एनिकट तक पहुंच रहा है। इसके रास्ते में बनास नदी किनारे बसे एक दर्जन से अधिक गांव प्रभावित हो रहे हैं। इन गांवों में दूषित पानी से सब्जियां पैदा हो रही हैं जो सीधे भीलवाड़ा मंडी पहुंच रही हैं। इन जहरीली सब्जियों का उपभोग शहरवासी कर रहे हैं। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

प्रदूषण नियंत्रण मंडल की कार्रवाई

क्षेत्रीय अधिकारी दीपक घनेटवाल ने बताया कि शिकायत मिलने पर एक टीम मौके पर भेजी गई। जांच में पाया गया कि दूषित पानी छोड़ा जा रहा था। नाले के पानी का टीडीएस 1500 से 2000 और ग्रोथ सेंटर के प्रोसेस हाउस के पानी का टीडीएस 8 से 10 हजार तक पाया गया। दोनों जगह से पानी के नमूने जांच के लिए लिए गए हैं।

Updated on:
18 Sept 2025 08:43 am
Published on:
18 Sept 2025 08:42 am
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