
More than 20 students fell ill after drinking contaminated water at a private school in Singoli.
सिंगोली स्थित एक निजी विद्यालय में 20 से अधिक छात्रों के अचानक बीमार होने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। छात्रों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द व पीलिया जैसे लक्षण पाए जाने पर उन्हें उपचार के लिए मांडलगढ़ उप जिला चिकित्सालय ले जाया गया। सूचना मिलते ही परिजन, चिकित्सा विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए। फिलहाल सभी छात्रों की हालत सामान्य बताई जा रही है।
चिकित्सा विभाग की टीम ने 10 छात्रों के ब्लड सैंपल तथा पांच अलग-अलग स्थानों से पेयजल के नमूने लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाए हैं। प्रारंभिक जांच में दूषित पानी को छात्रों के बीमार होने का कारण माना जा रहा है। साथ ही स्कूल के पास स्थित दुकानों से कुरकुरे के नमूने भी लिए गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शनिवार को मांडलगढ़ के प्रस्तावित कार्यक्रम को देखते हुए प्रशासन और अधिक सतर्क हो गया। सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर, बीसीएमओ डॉ. गोपाल यादव सहित चिकित्सा एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सिंगोली स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर स्कूल का निरीक्षण किया। अधिकारियों को स्कूल में अव्यवस्थाएं देखकर हतप्रभ होना पड़ा। शौचालयों की सफाई नहीं होने से दुर्गंध आ रही थी। छात्रों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं था। भूतल पर बने पांच कमरों में से चार में एक साथ कक्षाएं संचालित की जा रही थीं, जबकि छत पर टीन शेड के नीचे भी कक्षाएं लगाई जा रही थीं। स्कूल में कक्षा एक से आठ तक कुल 215 छात्रों का नामांकन है।
सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर ने विद्यालय के प्रधानाचार्य पृथ्वीराज रायका को स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने, पर्याप्त बैठक व्यवस्था करने, साफ-सफाई बनाए रखने तथा एक सप्ताह तक छात्रों के स्वास्थ्य की नियमित जांच कराने के निर्देश दिए।
सीबीईओ मांडलगढ़ कल्पना शर्मा ने बताया कि पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी सिंगोली प्रमिला पाराशर की रिपोर्ट के आधार पर स्कूल संचालक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। नोटिस में पूछा गया है कि पेयजल टंकी की आखिरी बार सफाई कब कराई गई थी। साथ ही तत्काल सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश भी दिए हैं।
स्कूल के आसपास स्थित दुकानों से खाद्य सामग्री के नमूने लिए जाने के बाद व्यापारियों में हड़कंप मच गया। कई दुकानदार दुकानें बंद कर मौके से चले गए। सीएमएचओ डॉ. गुर्जर ने बताया कि कुछ छात्र लंच टाइम में पास की दुकान से कुरकुरे खाते थे, इसी को देखते हुए नमूने लिए गए हैं।
विद्यालय संचालक पृथ्वीराज रायका ने कहा कि स्कूल में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है। कई छात्र घर से पानी की बोतल लेकर आते हैं, वे भी बीमार हुए हैं। छात्रों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी पिछले एक सप्ताह से थी, जिनका उपचार कराया गया है। स्कूल प्रबंधन बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं।
Published on:
19 Dec 2025 09:35 am
बड़ी खबरें
View Allभीलवाड़ा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
