- लोग स्वयं भी ऑनलाइन भर सकेंगे अपनी जानकारी - पंचायतों के पुर्नगठन के बाद मास्टर्स व फील्ड ट्रेनरों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
देश में पहली बार होने वाली डिजिटल जनगणना के पहले चरण की तैयारियों के लिए राजस्थान में जल्द ही प्री टेस्ट आयोजित किया जाएगा। मकान सूचीकरण के लिए होने वाले इस प्री टेस्ट की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए मास्टर ट्रेनर और फील्ड ट्रेनरों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। हालांकि, पंचायतों के पुर्नगठन को लेकर चल रही तैयारियों के चलते जनगणना का कार्य अब अगले साल जनवरी माह में शुरू होगा।
प्रशिक्षण प्रक्रिया को गति देने के लिए राजस्थान जनगणना कार्य निदेशालय में मास्टर व फील्ड ट्रेनरों को आवश्यक तैयारी की जाएगी। इसके बाद प्रदेशभर में प्रशिक्षण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। इस डिजिटल तरीके को लेकर प्रशिक्षण में विशेष ध्यान दिया जाएगा, और यह प्रक्रिया का प्रदेश में पहला बड़ा अभ्यास भी होगा।
डिजिटल माध्यम से होगी जनगणना
केंद्र सरकार ने इस बार पूरी जनगणना को डिजिटल माध्यम से कराने का निर्णय किया है। यह देश की जनगणना के इतिहास में एक बड़ा बदलाव है। पहली बार लोगों को यह सुविधा मिलेगी कि वे स्वयं अपनी जानकारी ऑनलाइन माध्यम से भर सकेंगे।
प्रगणक करेंगे सत्यापन
जिन लोगों की ओर से ऑनलाइन जानकारी भरी जाएगी, उनके घर जाकर प्रगणक डिजिटल मैप पर मकान का पता और अन्य डिटेल्स को वैरिफाई कर उसे अपडेट करेंगे। इस डिजिटल सत्यापन के तरीके पर ही प्रशिक्षण में विशेष बल दिया जाएगा।
पहले चरण में पूछे जाएंगे 34 सवाल
जनगणना के पहले चरण, यानी मकान सूचीकरण में, प्रत्येक घर से विस्तृत 34 सवाल पूछे जाएंगे। ये सवाल घर की भौतिक स्थिति और परिवार के पास उपलब्ध सुविधाओं से जुड़े होंगे।
यह पुछे जाएंगे सवाल
श्रेणी पूछे जाने वाले मुख्य सवाल
यह विस्तृत प्रश्नावली देश और राज्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण डेटाबेस तैयार करने में सहायक होगी। आर्थिक एवं साख्यिकी विभाग की उपनिदेशक सोनल राज कोठारी ने बताया कि अभी राज्य में पंचायतों के पुर्नगठन का कार्य चल रहा है। यह पूरा होते ही राजस्थान में इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय कार्य की शुरुआत जनवरी में कर दी जाएगी।