- विकास अधिकारी को दिए जांच के आदेश - वृद्धावस्था पेंशन के लिए जालसाजी का मामला
भीलवाड़ा जिले के रायपुर तहसील क्षेत्र में युवाओं को बुजुर्ग बनाकर पेंशन दिलाने वाले एक गिरोह का खुलासा होने के बाद क्षेत्र में ई-मित्र संचालकों में हड़कंप मचा रहा। मामले को लेकर जिला प्रशासन ने भी सक्रियता दिखाते हुए जांच के आदेश दिए है। राजस्थान पत्रिका में 18 जुलाई 2025 के अंक में "आधार कार्ड में उम्र बदलने का खेल, उम्र के हिसाब से हो रही है रेट तय" शीर्षक से समाचार प्रकाशित होने के बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। समाचार के आधार पर आधार कार्ड की जांच शुरू कर दी है। वही क्षेत्र में कार्यरत ई-मित्र संचालको में हड़कंप मचा है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग भीलवाड़ा के उपनिदेशक नूतन कुमार शर्मा ने रायपुर पंचायत समिति के विकास अधिकारी संजय शर्मा को जांच के आदेश दिए है। शर्मा ने बताया कि जिन लोगों ने अपने आधार कार्ड में जन्म तारीखों में बदलाव करवाकर पेंशन का लाभ ले रहे है। उनकेे दस्तावेजों की जांच की जाएगी। इनमें गेहरी लाल पिता उदा लाल बैरवा निवासी थोरिया खेड़ा, संतु देवी पत्नी गेहरी लाल बैरवा निवासी थोरिया खेड़ा तथा राजमल पिता उदय राम रेबारी रेबारियों की ढाणी शामिल है। इन तीनों की तारीखों की जांच कर आधार कार्ड को निरस्त करने के साथ कार्ड बनाने वाले ई-मित्र संचालक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। वही इन तीनों की पेंशन भी रोकी जाएगी। शर्मा ने बताया कि पिछले दो सालों में जिन्होंने भी आधार कार्ड के आधार पर वृद्धावस्था पेंशन का लाभ ले रहे है उनके दस्तावेज की जांच की जाएगी। साथ ही नए आने वाले वृद्धावस्था पेंशन के आवेदनों की भी जांच की जाएगी। इसमें किसी तरह की कोई कर्मचारी लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।