भीलवाड़ा में शुक्रवार को मेघ मेहरबान रहे। तीन घंटे हुई मूसलाधार बरसात ने शहर को तरबतर कर दिया। इससे टेक्सटाइल सिटी जलमग्न हो गई। झमाझम बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
भीलवाड़ा। भीलवाड़ा में शुक्रवार को मेघ मेहरबान रहे। तीन घंटे हुई मूसलाधार बरसात ने शहर को तरबतर कर दिया। इससे टेक्सटाइल सिटी जलमग्न हो गई। झमाझम बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। शहर की एक दर्जन से अधिक कॉलोनियां पानी से घिर गई। लगातार बरसात से सड़कें दरिया बन गई और नाले उफान आ गए।
सुबह 10.30 बजे से शुरू हुआ बरसात का दौर दोपहर डेढ़ बजे तक चला। इस दौरान विद्यालयों में छुट्टी होने का समय होने से प्रशासन ने बारिश थमने तक अवकाश नहीं करने और बच्चों को स्कूलों में रखने के प्रबंधन को आदेश दिए। सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी भरने से हर तरफ पानी ही पानी हो गया।
वाहन पानी में फंस गए। इस दौरान एक स्कूली बस भी शास्त्रीनगर में पानी में फंस गई। ऐसे में बच्चों को रेस्क्यू कर बाहर निकालने के लिए ट्रैक्टर मंगवा गया। ट्रैक्टर में बच्चों को निकाल कर सुरक्षित जगह पहुंचा कर घर भेजा गया। शहर में करीब 150 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है।
जिला कलक्टर जसमीत सिंह संधू ने सरकारी व गैर सरकारी विद्यालय में शनिवार को अवकाश घोषित कर दिया है। इस दौरान बच्चे स्कूल नहीं आएंगे। स्टाफ को यथावत आना होगा। आदेश की पालना नहीं करने पर स्कूल प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई की प्रशासन ने चेतावनी दी है।
मातृकुंडिया बांध से बनास नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। जिसका पानी त्रिवेणी नदी में पहुंच गया। शुक्रवार सुबह बीगोद ओर खटवाड़ा गांव के बीच बनास नदी पुलिया पर तीन फिट पानी आ गया। इससे गांवों का संपर्क टूट गया। बेड़च नदी में भी शुक्रवार शाम को पानी की आवक बढ़ने लगी। जिससे जोजवा के पास बेड़च नदी पुलिया पर भी पानी आने से सड़क मार्ग बंद हो गया। त्रिवेणी नदी के गेज में भी बढ़ोतरी हुई। त्रिवेणी नदी का गेज चार मीटर तक पहुंच गया। जिससे त्रिवेणी संगम स्थित मंदिर और घाट पानी में डूब गए।