केमिकल युक्त व दूषित मिट्टी का रेलवे यार्ड में डालने का मामला
भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र के बरूंदनी रेलवे अंडर पास बिखरी पड़ी केमिकल युक्त व दूषित मिट्टी को हटाने के बजाय ठेकेदार ने उस कालिख पर लाल मोहरम डालकर दूषित मिट्टी को दबा दिया है। यानी सबूत को नष्ट करने का काम किया है। वही बुधवार को भी मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन यार्ड की जमीन को लेवल करने के लिए चंदेरिया से दूषित मिट्टी से भरे ओवर लोड डंपर लगातार आते रहे। अमृत भारत योजना के तहत नवीनीकृत मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन का गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुवल लोकार्पण करेंगे।
राजस्थान पत्रिका के बुधवार के अंक में मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन के पास निर्माणाधीन यार्ड में हो रहा दूषित मिट्टी का उपयोग शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बाद रेलवे अधिकारियों में चर्चा का विषय बना रहा। उधर
बरूंदनी में रेलवे अंडर पास पर रविवार को ओवर लोड डंपर से गिरी दूषित मिट्टी को बुधवार को मोहरम डालकर दबा दिया। वही कई डंपर बिना नंबर प्लेट के मिट्टी का परिवहन कर करते भी नजर आए।
नमूने लेने पर संदेह
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल भीलवाड़ा के क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक घनेटवाल के निर्देश पर बरूंदनी और मांडलगढ़ में मिट्टी के नमूने लेने आए बोर्ड के कनिष्ठ अभियंता कन्हैया लाल कुमावत की भूमिका पर भी क्षेत्र के लोग संदेह व्यक्त कर रहे है। कुमावत क्षेत्र में 5 घंटे तक इधर उधर घूमते रहे और जांच के लिए मिट्टी के नमूने शिकायतकर्ताओं के सामने ने नहीं लेकर रात के अंधेरे में एकत्रित किए। राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड चित्तौड़गढ़ के क्षेत्रीय अधिकारी आशीष यह नहीं बता पाए कि चंदेरिया से मांडलगढ़ में दूषित मिट्टी डालने का आदेश किसी ठेकेदार को दिए या नहीं।
मुख्यमंत्री से की शिकायत
मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन के पास दूषित मिट्टी डालने के मामले में राजस्थान पत्रिका में प्रकाशित समाचार के बाद प्रदेश कांग्रेस सचिव विभा माथुर ने बुधवार को इस मामले की जांच की मांग की है। माथुर ने प्रधानमंत्री, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को पत्र लिखा है।