शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भीलवाड़ा में आयोजित प्रधानाचार्यों के संवाद कार्यक्रम में सख्त तेवर दिखाए।
Madan Dilawar: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शनिवार को भीलवाड़ा में आयोजित प्रधानाचार्यों के संवाद कार्यक्रम में सख्त तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मंदिर में अश्लील हरकत या अनैतिक गतिविधि बर्दाश्त नहीं होगी। दिलावर ने कहा कि “मैं शिक्षा मंत्री हूं, लेकिन थोड़ा पागल दिमाग का हूं। ऐसे मामलों में मैं किसी को नहीं छोड़ूंगा, चाहे शिक्षक हो या शिक्षिका। अगर जरूरत पड़ी तो टर्मिनेट भी करूंगा।”
दिलावर ने कहा कि ऐसे अध्यापक या अध्यापिकाओं के फोटो उनके गांव और रिश्तेदारों के घर के आगे तक लगवाए जाएंगे। फोटो के नीचे लिखा होगा कि “मैं इस प्रकार की हरकतें करने वाला हूं।” शिक्षा मंत्री ने कहा कि लोग सोचते हैं कि इंक्रीमेंट रुक जाएगा, सस्पेंड हो जाएंगे, फिर सिफारिश लगाकर बहाल हो जाएंगे। विधायकों से कहकर मंत्री बदल देंगे और नया मंत्री उनका काम कर देगा। लेकिन ऐसा चलने वाला नहीं। जब तक मैं हूं, शिक्षा में न्यूनता बर्दाश्त नहीं करूंगा।
एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है। श्रेष्ठ समूह में यदि कोई एक-दो गलत हो तो उन्हें पहले ही संभालें या उनकी जानकारी विभाग को दें। छोटी-छोटी गलतियां राजस्थान की राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियों को धूमिल करती हैं। दिलावर ने कहा कि अखिल भारतीय सर्वे में राजस्थान तीसरे स्थान पर है। पहला स्थान चंडीगढ़ व दूसरा आंध्र प्रदेश को मिला है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी को श्रेष्ठ नागरिक बनाना है। अभिभावक बच्चों को मिट्टी की तरह हमें सौंपते हैं। हम चाहें तो राम बना सकते हैं, कृष्ण बना सकते हैं, या रावण और कंस भी बना सकते हैं। इससे पूर्व सुविचार अभियान संगोष्ठी में दिलावर ने कहा कि चरागाह भूमि पर अतिक्रमण करने वालों से बाजार दर पर किराया वसूलने का कानून बनाने पर विचार हो रहा है। चरागाह नहीं होगा तो गोवंश को खाने के लिए कुछ नहीं मिलेगा।