- राष्ट्रीय एकता दिवस पर अभिभावकों की सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से होगा कार्यक्रम
राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में इस बार 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर मेगा पैरेंट-टीचर मीटिंग (पीटीएम) का आयोजन होगा। इस दौरान विद्यालयों में विशेष रूप से श्रीकृष्ण भोग कार्यक्रम भी रखा जाएगा ताकि विद्यालयों में जन समुदाय की सहभागिता को और अधिक सशक्त किया जा सके। राज स्कूल शिक्षा परिषद के मिड-डे मील के अतिरिक्त आयुक्त मयंक शुक्ला ने बताया कि इस दिन शिक्षक विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति, उपस्थिति और व्यवहारिक प्रदर्शन को अभिभावकों के साथ साझा करेंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालयों और अभिभावकों के बीच बेहतर संवाद एवं सहयोग स्थापित करना है।
श्रीकृष्ण भोग कार्यक्रम से बढ़ेगी सहभागिता
शुक्ला ने कहा कि जन समुदाय की भागीदारी बढ़ाने के लिए सभी विद्यालयों में श्रीकृष्ण भोग कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। विद्यालयों में विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक और स्थानीय जनप्रतिनिधि एक साथ इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस आयोजन के लिए जिले के समस्त संस्था प्रधानों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं, जिन्हें जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) के माध्यम से लागू कराया जाएगा। शुक्ला ने बताया कि राज्य में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए “प्रखर राजस्थान अभियान 2.0” चलाया जा रहा है। अभियान 5 सितंबर से 5 दिसंबर तक संचालित किया जा रहा है। इसमें विद्यार्थियों की पढ़ने-लिखने और गणना करने की क्षमता को सुदृढ़ बनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
एकता दिवस पर शिक्षा और संस्कार का संगम
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों की शैक्षणिक स्थिति को समझने का अवसर देगा, बल्कि विद्यालयों में संस्कार, संवाद और सहयोग की भावना को भी मजबूत करेगा। कृष्ण भोग योजना के तहत कोई भी नागरिक या संस्था अपनी क्षमता के अनुसार विद्यालय के विद्यार्थियों को भोजन करा सकती है। इस दिन सरकारी भोजन नहीं बनाया जाता और विशेष भोजन को कृष्ण भोग कहा जाता है।