नवरात्र की धूम 3 से, 10 दिन तक होगी माता की आराधना
श्राद्ध समापन के साथ 3 अक्टूबर से नवरात्र की धूम शुरू हो जाएगी। इस बार दस दिन शारदीय नवरात्र में माता की आराधना होगी। आश्विन शुक्ल प्रतिपदा से प्रारंभ होने वाला पर्व नौ दिन तक पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन इस बार यह पर्व दस दिन का रहेगा। इसका कारण तृतीया तिथि दो दिन पांच व छह अक्टूबर को है। इसके चलते 12 अक्टूबर तक माता रानी के विभिन्न रूपों की पूजा अर्चना होगी। मां दुर्गा के नौ रूपों की विधिवत पूजा अर्चना से भक्तों के जीवन में कभी भी विघ्न, बाधा नहीं आती। परिवार में सदैव आरोग्य, सुख, शांति और वैभव में उत्तरोत्तर वृद्धि होती है। हिन्दू पंचांग के मुताबिक तीन अक्टूबर को 12.19 मिनट से नवरात्र प्रतिपदा प्रारंभ होगी और चार अक्टूबर की सुबह 2.58 मिनट पर समाप्त होगी। इस दौरान नवरात्र स्थापना की जा सकती है।
पालकी में सवार होकर आएंगी मां
पंडित अशोक व्यास ने बताया कि शारदीय नवरात्र में इस बार माता रानी पालकी में सवार होकर आएंगी। 3 को मां शैलपुत्री, 4 को ब्रह्मचारिणी, 5 को चंद्रघंटा, 6 को कूष्माण्डा, 7 को स्कंदमाता, 8 को कात्यायनी, 9 को कालरात्रि, 10 को सिद्धिदात्री, 11 अक्टूबर को महागौरी के रूप की पूजा की जाएगी। व्यास ने बताया कि माता रानी को फल, मिठाई, पुष्प व अनेक अन्य वस्तुओं को अर्पण करने से सदैव प्रसन्न रहती है और आत्मिक शांति का सदैव अनुभव रहता है। शारदीय नवरात्र का हिन्दू धर्म में अहम स्थान है। इन दिनों हर घर में माता रानी की विशेष पूजा का विधान है और विभिन्न स्थानों पर पांडाल सजाकर मां की पूजा अर्चना की जाती है। पहले दिन घट स्थापना का विशेष महत्व होता है।