5 नवंबर तक टीमों को पूरी करनी होगी प्रक्रिया शिक्षा निदेशक बीकानेर ने जारी किए निर्देश भीलवाड़ा जिले की 188 निजी स्कूलों में सत्यापन अभियान शुरू नि:शुल्क व सशुल्क दोनों वर्गों के विद्यार्थियों के रेकॉर्ड की होगी जांच
शैक्षिक सत्र 2025–26 में आरटीई के तहत अध्ययनरत बालक-बालिकाओं, वीर बाला काली बाई भील बालिका फीस पुनर्भरण योजना एवं मुख्यमंत्री बालक फीस पुनर्भरण योजना के लाभार्थियों के भौतिक सत्यापन के लिए शिक्षा निदेशक, बीकानेर ने सभी जिलों को निर्देश जारी किए हैं। राज्यभर में इस कार्य को 5 नवंबर तक पूर्ण करने को कहा है। इसके तहत प्रत्येक जिले में गठित सत्यापन दल गैर-सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों का फिजिकल वेरिफिकेशन (भौतिक सत्यापन) करेंगे।
भीलवाड़ा में 188 स्कूलों में चलेगा सत्यापन अभियान
भीलवाड़ा जिले में कुल 188 निजी विद्यालयों में राजपत्रित अधिकारियों एवं शिक्षकों की ओर से यह प्रक्रिया की जा रही है। सत्यापन दल विद्यालयों में जाकर नि:शुल्क प्रवेश से संबंधित रेकॉर्ड, फीस पुनर्भरण के दस्तावेज, विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति सहित अन्य आवश्यक जानकारी की जांच करेंगे।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) राजेन्द्र गग्गड़ ने बताया कि सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर सत्यापन दलों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे पीएसपी पोर्टल से भौतिक सत्यापन रिपोर्ट प्रिंट कर रखें ताकि निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड का मिलान किया जा सके।
रेकॉर्ड जांच में यह होंगे मुख्य बिंदु
सत्यापन के दौरान दलों की ओर से निम्न बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। 25 प्रतिशत नि:शुल्क व 75 प्रतिशत सशुल्क सीटों पर अध्ययनरत विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति की जांच। विद्यार्थी का दुर्बल वर्ग या असुविधाग्रस्त समूह से संबंध। कैचमेंट एरिया (निवास क्षेत्र) की पात्रता। कक्षा अनुरूप आयु सीमा का पालन। अपात्र पाए जाने वाले विद्यार्थियों के लिए कारणों के कोड अंकित करना आवश्यक होगा।
रेकॉर्ड संधारण में जुटे संचालक
विद्यालय संचालक वर्तमान में सत्यापन से पहले रेकॉर्ड संधारण और दस्तावेजों के अद्यतन में जुटे हैं। सत्यापन के बाद रिपोर्ट संबंधित कार्यालय में जमा कराई जाएगी। इस रिपोर्ट के आधार पर आगामी सत्र में फीस पुनर्भरण की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जाएगा।
राज्य स्तर से दलों का गठन पूर्ण
शिक्षा विभाग के अनुसार, भौतिक सत्यापन दलों का गठन राज्य स्तर पर कर दिया गया है। अब दल विद्यालयों में जाकर फील्ड सत्यापन कर रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंपेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी गग्गड़ ने बताया कि विभाग ने सभी विद्यालयों को समय-सीमा में सत्यापन कार्य पूरा करने और आवश्यक सहयोग देने के निर्देश दिए हैं।
इनका होगा सत्यापन