- तीन दिन से काट रहे चक्कर, विभाग के पास ठोस जवाब नहीं - शिक्षा विभाग की लापरवाही से खिलाडि़यों का भविष्य अधर में
भीलवाड़ा जिला स्तरीय स्कूली खेलकूद प्रतियोगिताओं (माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक) में पदक जीतकर अपनी प्रतिभा साबित करने वाले खिलाड़ियों के साथ शिक्षा विभाग ने अन्याय किया है। खिलाड़ियों की राज्य स्तरीय चयन सूची पोर्टल पर प्रदर्शित ही नहीं की गई। तीन दिन से खिलाड़ी व अभिभावक जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय, विद्यालयों और आयोजन स्थलों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन विभाग कोई ठोस जवाब नहीं दे पा रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि उन्होंने मैदान पर पसीना बहाकर मेहनत से पदक जीते, लेकिन विभाग की गलती ने मेहनत पर पानी फेर दिया। जब नाम पोर्टल पर ही दर्ज नहीं थे तो जिला स्तरीय प्रतियोगिता में खेलने की अनुमति क्यों दी गई।
अभिभावकों में गुस्सा
अभिभावकों का कहना है कि विभाग की लापरवाही से बच्चों का भविष्य दांव पर लग है। यह मेहनत और संघर्ष का अपमान है। अगर यही हाल रहा तो आने वाली खेल प्रतिभाएं हतोत्साहित होगी। मामले को लेकर खिलाड़ी व उनके अभिभावक उच्च अधिकारियों से मिलकर शिकायत दर्ज करवाई है। नियमों के अनुसार खिलाड़ियों के नाम पोर्टल पर अपलोड करने का कार्य संस्था प्रधान का है। लेकिन वे किसी कारण से अपलोड नहीं कर सके। ऐसे में खिलाड़ी राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से वंचित हो सकते है। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी (मा.) राजेन्द्र गग्गड़ का कहना है कि जिन खिलाड़ियों के नाम पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पाए, उनके लिए शिक्षा निदेशालय बीकानेर को पत्र लिखकर पोर्टल अनलॉक करने का आग्रह किया है ताकि खिलाड़ियों की सूची अपलोड की जा सके।
खिलाड़ियों की पीड़ा