- बिजौलिया के नया नगर स्कूल का मामला
भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया ब्लॉक के नया नगर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पदस्थापित एक सामाजिक विज्ञान शिक्षक पिछले सात साल से स्कूल नहीं आए, लेकिन उनका वेतन नियमित रूप से उसी स्कूल से बन रहा है। हैरानी की बात यह है कि स्कूल के छात्र इस शिक्षक का चेहरा तक नहीं पहचानते।
विद्यालय में एल-2 श्रेणी के सामाजिक विज्ञान शिक्षक कैलाश सुथार वर्ष-2018 में यहां लगे। स्कूल में नियुक्त शिक्षक ने स्वयं को मिड-डे मील योजना में प्रतिनियुक्ति के लिए सीबीईओ कार्यालय बिजौलिया के लिए आदेश करवा लिया। तब से लेकर अब तक, यानी पूरे सात साल से वह इसी कार्यालय में कार्यरत हैं, जबकि कैलाश का वेतन राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नयानगर से ही उठ रहा है।
विद्यालय में फिलहाल 18 शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें चार पंचायत सहायक भी शामिल हैं। सामाजिक विज्ञान के विषय का शिक्षण कार्य अन्य शिक्षक से करवाया जा रहा है। विद्यालय के छात्रों का कहना है कि उन्होने भी आज तक शिक्षक को नहीं देखा। विद्यालय के प्रिंसिपल हरिमोहन चित्तौड़ा ने भी पुष्टि की कि जब से प्रिंसिपल का पद संभाला तब से वे कैलाश से नहीं मिले। वह लगातार सीबीईओ कार्यालय में प्रतिनियुक्ति पर हैं।
शिक्षा विभाग के नियमों का उल्लंघन
शिक्षा निदेशालय के स्पष्ट निर्देश हैं कि कोई भी शिक्षक लंबे समय तक गैर-शैक्षणिक कार्य के लिए प्रतिनियुक्ति पर नहीं लगाया जा सकता। इस संबंध में डीईओ मुख्यालय प्रारंभिक रामेश्वरलाल बाल्दी ने बताया कि मेरी जानकारी में यह मामला आज ही आया है। इसकी जांच करवा रहा हूं कि प्रतिनियुक्ति किसके आदेश से हुई और अभी तक क्यों चल रही है।