30 रुपए प्रति लीटर बढ़ोतरी के आदेश कुछ घंटों में रद्द, आमजन को मिली राहत
भीलवाड़ा राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) ने मंगलवार सुबह सरस घी के दामों में 30 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी का आदेश जारी किया, लेकिन कुछ ही घंटों में यह फैसला वापस ले लिया। बताया जा रहा है कि राजनीतिक दबाव और जनप्रतिनिधियों के विरोध के चलते आरसीडीएफ को अपना आदेश रद्द करना पड़ा।
सुबह आदेश, शाम तक रद्द
आरसीडीएफ की ओर से मंगलवार को सरस घी के दाम 30 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने का आदेश जारी किया गया था। यह बढ़ोतरी लागू होते ही उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ना तय था, क्योंकि सरस घी राज्यभर में सबसे ज्यादा बिकने वाले ब्रांडों में शामिल है। आदेश जारी होने के कुछ घंटों बाद ही कई विधायकों और सहकारी समितियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। विरोध बढ़ता देख आरसीडीएफ प्रबंधन ने शाम तक बढ़ोतरी का आदेश वापस ले लिया।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 22 सितंबर को आमजन को राहत देते हुए रोजमर्रा की वस्तुओं पर जीएसटी दरों में कमी की थी। इसके बाद घी, पनीर, और अन्य डेयरी उत्पादों के बाजार मूल्य में गिरावट आई थी। उसी क्रम में राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ने भी सरस घी के दामों में 37 रुपए प्रति लीटर तक की कमी की थी।
सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को जारी की गई दर वृद्धि को लेकर कई जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार के सामने विरोध दर्ज कराया। विरोध बढ़ने के बाद आरसीडीएफ ने बढ़ाई गई दरों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय किया।
आदेश वापसी के बाद फिलहाल सरस घी के दामों में कोई बदलाव नहीं होगा। उपभोक्ताओं को पुराने रेट पर ही घी मिलेगा। डेयरी फेडरेशन का कहना है कि फिलहाल दरों की पुनर्समीक्षा की जाएगी और उत्पादन लागत के अनुरूप आगे निर्णय किया जाएगा।