40 people converted to Christianity in Pandit Dhirendra Shastri's Chhatarpur प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में भी धर्मांतरण का खेल चल रहा है। यहां तक कि सनातन संस्कृति के नए ध्वजवाहक बने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के गृह जिले छतरपुर में भी कई लोग ईसाई बन गए हैं।
मध्यप्रदेश में दो साल छोड़कर करीब ढाई दशक से बीजेपी की सरकार है जिसकी बुनियाद ही हिंदुत्व है, फिर भी धर्मांतरण पर रोक नहीं लग सकी है। प्रदेश में अभी भी कई ऐसी ईसाई मिशनरियां सक्रिय हैं जोकि खासतौर पर आदिवासियों के धर्म परिवर्तन के काम में लगी हैं। मालवा निमाड़ के आदिवासी अंचलों में ईसाई बनने की कई खबरें सामने आती रहती हैं। अब प्रदेश के बुंदेलखंड इलाके में भी धर्मांतरण का खेल चल रहा है। यहां तक कि सनातन संस्कृति के नए ध्वजवाहक बने पंडित धीरेंद्र शास्त्री के गृह जिले छतरपुर में भी कई लोग ईसाई बन गए हैं। ऐसे में विवाद भी बढ़ रहे हैं और हिंदू संगठन इसकी खिलाफत करते हुए सक्रिय हो रहे हैं।
छतरपुर जिले में कई आदिवासियों द्वारा धर्मांतरण किए जाने की खबर है। यहां के शाहगढ़ थाना क्षेत्र के रामगढ़ में धर्मांतरण की यह घटना हुई। जैसे ही यह जानकारी सामने आई, इलाके में हडकंप सा मच गया। हिंदू संगठन, बीजेपी विधायक से लेकर प्रशासनिक अफसर तक सक्रिय हो उठे।
बिजावर के बीजेपी विधायक राजेश शुक्ला, बिजावर के एसडीएम और पुलिस अधिकारी भी रामगढ़ पहुंच गए। प्रशासनिक टीम और विधायक ने ग्रामीणों से बातचीत की और प्रभावितों से भी चर्चा की। एसडीएम की जांच में पता चला कि यहां करीब 40 ग्रामीण ईसाई बन चुके हैं। अब सफाई दी जा रही है कि ये सभी कई सालों पहले ही धर्मांतरण कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि छतरपुर से सटे दमोह जिले में ईसाई मिशनरियां खासी सक्रिय हैं जोकि अब यहां भी अपने पैर पसार रहीं हैं। दमोह में धर्मांतरण के कई मामले हो चुके हैं। अब छतरपुर के अंदरूनी गांवों में रह रहे आदिवासियों को धर्मांतरित करने की कोशिश की जा रही है।
इधर बीजेपी विधायक राजेश शुक्ला ने ईसाई बन चुके आदिवासियों की बैठक बुलाई है। उन्होंने 2-3 दिन में गांव में बैठक कर समझाइश देने की बात कही है। बता दें कि छतरपुर, पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का गृह जिला है। यहां के गढा गांव में ही बागेश्वरधाम आश्रम स्थित है।
खास बात यह है कि बागेश्वरधाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को भी छतरपुर और आसपास के इलाकों में चल रहे धर्मांतरण की पूरी खबर है। वे ईसाई धर्म अपना चुके लोगों की घर वापसी भी कराते रहे हैं। दो साल पहले बागेश्वर धाम में घर वापसी का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। यहां नवकुंडीय अन्नपूर्णा महायज्ञ के समापन के मौके पर ईसाई धर्म अपना चुके 220 लोगों की सनातन धर्म में वापसी कराई गई थी। पंडित शास्त्री ने सभी को आशीर्वाद स्वरूप पीली पट्टिका पहनाई थी।