bhopal rape case - एमपी की राजधानी भोपाल में इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के मामले में लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
bhopal rape case - एमपी की राजधानी भोपाल में इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्राओं के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के मामले में लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। सोमवार को तो कुछ लोगों ने अस्पताल पहुंचकर उग्र प्रदर्शन किया। वहां फरहान और साहिल को मेडिकल कराने के लिए लाया गया था। दुष्कर्मियों के प्राइवेट पार्ट काटने की मांग करते हुए गुस्साई भीड़ को देखकर पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए। ऐसे में दोनों दुष्कर्मियों को लेकर पुलिस अस्पताल से लौट गई। करीब आधा घंटा बाद पुलिस दोबारा अस्पताल पहुंची और आरोपियों का मेडिकल परीक्षण कराया। इससे पहले राजधानी में रोड पर आरोपियों का जुलूस भी निकाला गया और उनसे कान पकड़कर सरेआम माफी भी मंगवाई गई। इधर कोर्ट में आरोपियों को अधिवक्तों ने पीटा। वे रेप के आरोपियों को भगवा गमछा डालकर लाने से नाराज हो गए थे।
दुष्कर्म के आरोपियों को शाम करीब 4 बजे जैसे ही कोर्ट में पेश किया गया अधिवक्ताओं के उनके खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। वकीलों का गुस्सा देखकर कोर्ट के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया लेकिन रात को आखिरकार अधिवक्ताओं ने आरोपियों को पीट दिया। कोर्ट रूम से बाहर निकलते समय आरोपियों से मारपीट की गई।
केस में नित नई जानकारियां सामने आ रही हैं। पता चला है कि मुख्य आरोपी फरहान ने कॉलेज के अन्य छात्रों से युवतियों को प्रेम जाल में फंसाना और उन्हें ब्लैकमेल करना सीखा था। पुलिस जांच में भी ये तथ्य सही पाए जाने पर बड़ा स्कैंडल सामने आ सकता है।
आरोपी फरहान की लाइफ स्टाइल काफी हाईफाई थी। वह गाड़ियों की खरीद-बिक्री का काम करता है। इसी से हुई आमदनी से वह शानदार जिंदगी जीता है। पुलिस उसके बैंक खातों और फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की भी जांच कर रही है।
राजधानी की छात्राओं से दुष्कर्म की घटना के बाद लोगों में जमकर गुस्सा है। अब तक वारदात के चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को इनमें से दो फरहान और साहिल को मेडिकल के लिए जेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुआ।
गुस्साए लोगों ने उनके प्राइवेट पार्ट काटने की मांग की। भीड़ देखकर पुलिस दोनों दुष्कर्मियों को लेकर अस्पताल से वापस लौट गई। हालांकि फरहान और साहिल को लेकर भारी सुरक्षा के बीच अस्पताल लाया गया था लेकिन लोगोें का गुस्सा देखकर पुलिस बिना मेडिकल कराए ही चली गई।
जेपी अस्पताल में संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि इनकी एक ही सजा होनी चाहिए- इनका गुप्तांग काट देना चाहिए।