Saurabh Sharma- एफआईआर के मुताबिक उसे दुबई में 150 करोड़ रुपए के विला का मालिक बताया गया है।
Saurabh Sharma- आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल से करोड़पति बिल्डर बने सौरभ शर्मा को अभी जेल में ही रहना होगा। मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार हुए शर्मा और उसके सहयोगी शरद जायसवाल की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी। याचिका पर ED कोर्ट में दोनों पक्षों में बुधवार को बहस हुई थी। गुरुवार को कोर्ट ने केस की गंभीरता का हवाला देते हुए सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल को जमानत देने से इंकार कर दिया। सौरभ के वकील ने ईडी की कार्रवाई को काल्पनिक बताते हुए जमानत मांगी थी जबकि ईडी ने केस को गंभीर बताते हुए जमानत देने का विरोध किया था।
बिल्डर सौरभ शर्मा को उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल के साथ 4 फरवरी को भोपाल की सेंट्रल जेल में भेजा गया था। इस प्रकार ये तीनों राजदार ढाई महीने से ज्यादा समय से जेल में हैं। लक्जीरियस जीवन जीने वाले शख्स को भरी गर्मी में जेल की बैरक में रहना पड़ रहा है। वे यहां लू के थपेड़े सहने को मजबूर हैं। बता दें कि सौरभ शर्मा के पास करोड़ों की संपत्ति मिली है। लोकायुक्त पुलिस की एफआईआर के मुताबिक उसे दुबई में 150 करोड़ रुपए के विला का मालिक बताया गया है।
पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके दोनों साथियों पर कुख्यात बदमाशों की तरह नजर रखी जाती है। वे 29 अन्य कैदियों के साथ बैरक में रह रहे हैं। बिल्डर सौरभ शर्मा, शरद जायसवाल और चेतनसिंह मानसिक रूप से थक चुके हैं। शरद और चेतनसिंह तो कई बार बीमार हो चुके हैं।
जेल सूत्रों के अनुसार तीनों आरोपी गर्मी सहन नहीं कर पा रहे हैं। सौरभ शर्मा और शरद जायसवाल को रात को जरा सा ही भोजन करते हैं। जेल अधिकारी बताते हैं कि चेतन की मानसिक स्थिति खराब हो रही है, यहां तक कि उसकी काउंसलिंग तक कराई जा रही है। शरद जायसवाल भी बीमार रहता है। लो ब्लड प्रेशर के कारण कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
लग्जरी जीवन जीने वाला सौरभ शर्मा को बढ़ती गर्मी बर्दाश्त नहीं हो पा रही है, उसे बहुत मुश्किल हो रही है। हाल ये है कि वह बैरक में चुपचाप पड़ा रहता है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कोर्ट द्वारा जमानत याचिका खारिज किए जाने के बाद सौरभ शर्मा की जेल से निकलने की उम्मीदें भी फिलहाल टूट गई हैं।