Cancer Among children: मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे बच्चों में कैंसर के मामले, जिनके माता-पिता को कैंसर उनमें ज्यादा खतरा, लेकिन जिनकी नहीं फैमिल हिस्ट्री उन बच्चों में भी बढ रही बीमारी...
Cancer among Children: राजधानी सहित प्रदेश के अस्पतालों में हर साल दर्जनों बाल कैंसर मरीज सामने आ रहे हैं। समय पर इलाज से लगभग 80 से 90 प्रतिशत बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हैं। एम्स अनुसार अब तक लगभग 1100 बच्चों को कैंसर के संदेह में उपचार के लिए पंजीकृत किया गया है, जिनमें करीब 120 बच्चे फिलहाल इलाज ले रहे हैं, जबकि 80 से अधिक बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं।
वहीं पिछले एक साल में भोपाल में 39 नए बाल कैंसर के मामले सामने आए हैं। जवाहरलाल नेहरू कैंसर अस्पताल में भी रोजाना औसतन तीन से चार बच्चों का पंजीकरण हो रहा है। राजधानी सहित प्रदेश में 45 हजार से अधिक कैंसर के मरीज हैं। इनमें लगभग पांच प्रतिशत बच्चे शामिल हैं।
एम्स (AIIMS)के डॉक्टरों के अनुसार 2025 में कैंसर के संदेह में पंजीकृत बच्चों में से 900 बिना जांच कराए ही चले गए। बाकी में से 150 बच्चों में कैंसर पाया गया। उपचार करवाने वालों में से लगभग 10 प्रतिशत बच्चे बीच में ही चले जाते हैं।
-समय पर पहचान होने पर 80-90% बच्चे पूरी तरह ठीक हुए हैं।
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इन दिनों बच्चों में कैंसर के ज्यादा मामले मिल रहे हैं। कुछ वो बच्चे हैं, जिन बच्चों के माता-पिता को कैंसर हुआ है, लेकिन बाकी बच्चों को कैंसर होने का कारण का पता नहीं चल पाया है।
-डॉ. नरेन्द्र कुमार चौधरी, बाल कैंसर विशेषज्ञ, एम्स, भोपाल