Saurabh Sharma Case: परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा पर गरमाई सियासत, उप-नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को पूर्व मंत्री ने नकारा, जानें क्या बोले...
Saurabh Sharma Case: परिवहन विभाग का पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा एजेंसियों की गिरफ्त से कोसों दूर है। लेकिन उसको लेकर प्रदेश की सियासत आए दिन तल्ख हो रही है। पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह की सौरभ शर्मा प्रकरण में दी गई प्रतिक्रिया के बाद उप-नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने गंभीर आरोप लगाए। गुरुवार को कटारे ने प्रेस वार्ता कर पूर्व मंत्री सिंह के परिवहन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कथित नोटशीट दिखाते हुए कहा, भूपेंद्र सिंह की अनुशंसा पर सौरभ को नौकरी दी गई।
कटारे ने आरोप लगाया, उनके मंत्री रहते सौरभ को समरसा, करहल, नहर, चिरूला चारों चेकपोस्टों पर एक साथ प्रभार दिया गया। नियमानुसार चेकपोस्टों का प्रभारी परिवहन निरीक्षक को दिया जाता है।
कटारे ने सौरभ की नियुक्ति को लेकर तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह, आयुक्त शैलेंद्र श्रीवास्तव और परिवहन आयुक्त के पीए सत्यप्रकाश की भूमिका पर जांच की मांग की है। उन्होंने कहा, खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह पर एफआइआर दर्ज हो और भाजपा उन्हें बर्खास्त करे। कटारे ने कहा, वे सभी दस्तावेज के साथ लोकायुक्त से भी शिकायत करेंगे।
कटारे के आरोपों को पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सिरे से नकारते हुए मानहानि का केस करने की बात कही। उन्होंने कहा, मेरे मंत्री रहते सौरभ कभी भी मेरे विधानसभा क्षेत्र के चेकपोस्ट पर पदस्थ नहीं रहा। अगर कभी उसकी पोस्टिंग मालथौन चेकपोस्ट पर रही है तो हेमंत कटारे उसका आदेश व तारीख बताएं।
यदि ये प्रमाणित कर दें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। उन्होंने कहा, ऐसी कौन सी नोटशीट है जिसमें मैंने सौरभ की अनुशंसा, सिफारिश या अनुमोदन किया। यह तो दूर की बात है, मैंने विचार करने भी लिखा तो नोटशीट बताएं।