Gold rate: इस समय सोना-चांदी के भाव में काफी उठापटक हो रही है। ज्वेलरी की मूल कीमत के अलावा मेकिंग चार्ज और जीएसटी अलग से ली जाती है।
Gold rate: अक्षय तृतीया के अबूझ मुहूर्त की शादियों के लिए लोग सोना-चांदी के आभूषण खरीद रहे हैं। इस मौके पर एमपी के भोपाल शहर और आसपास मिलाकर करीब 2000 शादियां होंगी। ऐसे में लगभग 250 किलो सोने के जेवर और 2000 किलो चांदी के जेवर बिक जाएंगे।
बहरहाल, इस समय सोना-चांदी के भाव में काफी उठापटक हो रही है। ज्वेलरी की मूल कीमत के अलावा मेकिंग चार्ज और जीएसटी अलग से ली जाती है। हालांकि, भोपाल-इंदौर जैसे शहरों में ही भावों में काफी अंतर है।
ज्वेलरी पर नियमानुसार 3 प्रतिशत जीएसटी लगता है। लेकिन कई बार यह 6 प्रतिशत तक लिया जाता है। सराफा कारोबारी ने बताया कि जेवर की बनवाई के हिसाब से जीएसटी बढ़ती है। मेकिंग चार्ज 5 से लेकर 20 प्रतिशत तक आर्टिकल के हिसाब से वसूला जाता है। प्योर गोल्ड के भाव बताकर उस भाव में ज्वेलरी बेची जाती है। इस ज्वेलरी पर मेकिंग चार्ज और जीएसटी बढ़ाकर दी जाती है।
भावों में अंतर तो इंटरनेशनल मार्केट की वजह से आ रहे हैं। जहां तक बिल पर जो राशि लिखी है, या जो भाव चल रहे हैं उस हिसाब से ही रेट लगाना चाहिए, क्योंकि ग्राहक का विश्वास व्यापारी के ऊपर ही रहता है।- सुशील धनवानी, अध्यक्ष, सराफा महासंघ, भोपाल
सोने पर जीएसटी: सोने के आभूषणों पर जीएसटी सोने के मूल्य का 3 प्रतिशत है।
मेकिंग चार्ज पर जीएसटी: मेकिंग चार्ज पर अलग से 5 प्रतिशत जीएसटी लगता है, जो आम तौर पर आभूषणों की अंतिम कीमत में शामिल होता है।
एक उपभोक्ता ने बताया कि ज्वेलरी बुक की तब बिल पर 15 प्रतिशत मेकिंग चार्ज लिखा गया, लेकिन बाद में उसे 1500 रुपए प्रति ग्राम कहकर ज्वेलरी के रेट बताए गए। पूछने पर कहा गया बिल बनाने का यही तरीका है। इस गड़बड़ी ग्राहक अब उपभोक्ता फोरम जाने की तैयारी में है।
24 कैरेट-
भोपाल 98,300
इंदौर-96,800
22 कैरेट-
भोपाल 87,100
इंदौर- 89,800
चांदी टंच -
भोपाल 98,500
इंदौर- 97,800