Electricity Bill Subsidy: बिलिंग अभी की तरह बिजली उपयोग के बाद ही होगी, लेकिन तीन माह के बाद इनका मोड बदल जाएगा और ये प्री-पेड हो जाएंगे। इसमें पहले भुगतान करना होगा, फिर बिजली का उपयोग कर पाएंगे।
Electricity Bill Subsidy: शहर में बिजली के स्मार्ट मीटर की स्थापना का काम अब जुलाई के अंत तक कोलार के विराशा हाइट्स, दानिशकुंज क्षेत्र, जेके टाउन से शुरू हो जाएगा। 67 हजार स्मार्ट मीटर पहले चरण में लगेंगे। मीटर लगते ही संबंधित उपभोक्ता के यहां की बिजली आपूर्ति का सिस्टम निजी कंपनी के पास चला जाएगा।
इसका सबसे बड़ा नुकसान यह होगा कि अब बिजली बिल का पूरा भुगतान करना होगा। इसके बाद खाते में सब्सिडी आएगी। जिन कालोनियों में मीटर लगेगा, वहां का प्रबंधन निजी कंपनी के पास ही होगा। दस साल तक ये निजी एजेंसी ही जिम्मेदारी संभालेगी। इससे बिजली कंपनी का दखल कम हो जाएगा।
भोपाल में स्मार्ट मीटर की स्थापना के शुरुआती तीन माह पोस्टपेड रहेगा। यानि बिलिंग अभी की तरह बिजली उपयोग के बाद ही होगी, लेकिन तीन माह के बाद इनका मोड बदल जाएगा और ये प्री-पेड हो जाएंगे। इसमें पहले भुगतान करना होगा, फिर बिजली का उपयोग कर पाएंगे।
स्मार्ट मीटर में रिचार्ज पूरा कराना होगा। बिजली खपत के आधार पर उपभोक्ता आधार से लिंक बैंक खाते में सब्सिडी की राशि आएगी। यानी बिजली के लिए तो पूरा ही भुगतान करना होगा, तभी बिजली आपूर्ति जारी रहेगी, लेकिन खपत के आधार पर सरकारी सब्सिडी बाद में मिलेगी।
स्मार्ट मीटर स्थापित होने के बाद उपभोक्ताओं को उनके मोबाइल पर मैसेज से रोजाना बिजली की खपत की डिटेल मिलेगी। मीटर रीडिंग और बिलिंग मैन्युअली पूरी तरह से बंद हो जाएगी। इससे प्रति मीटर कंपनी को पंद्रह रुपए बचेंगे। अभी रीडिंग पर कंपनी का इतना खर्च बनता है।