Hamidia Hospital Health Services : राजधानी में स्थित राज्य के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलती एक वीडियो सामने आई है, जिसने स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
Hamidia Hospital Health Services :मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे हैं। इसकी ताजा बानगी देखने को मिली राजधानी भोपाल में स्थित राज्य के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल में, दरअसल हमीदिया अस्पताल से एक वीडियो इन दिनों खासा वायरल हो रहा है, जिसमें एक मरीज को उसका परिजन खुद ही बेड पर धकेलता हुआ एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग ले जाता दिख रहा है। ढलान पर आते ही बेड का बैलेंस बिगड़ता है और मरीज के साथ-साथ परिजन भी बाल-बाल बचे।
अब इस दृष्य को देखकर खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि, जब राजधानी में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के हाल हैं तो छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के हलात क्या होंगे? ये दृश्य जितना दर्दनाक है, उतना ही हमारे सरकारी स्वास्थ्य सिस्टम की पोल खोल रहा है। क्योंकि, प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के सेवा कर्मियों और और चिकित्सकीय व्यवस्थाओं को लेकर लगातार जिम्मेदर बड़े बड़े दावे करते रहते हैं। लेकिन, इतना स्टाफ होने के दावे के बावजूद परिजन को खुद ही अपने मरीज के जीवन की जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि, मरीज खुले आसमान के नीचे, बिना किसी स्वास्थ्यकर्मी की मदद के एक वार्ड से दूसरे वार्ड तक ले जाया जा रहा है, मानो ये कोई हॉस्पिटल नहीं, बल्कि कोई प्रैक्टिकल मज़ाक हो। वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर है। सोशल मीडिया पर लोग इसे 'भोपाल की ओपन एयर थेरेपी' बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर सबसे पहले इस वीडियो को शेयर करने वाले शख्स ने व्यंग्य में कहा कि, 'ऐसी हेल्थ फैसिलिटी सिर्फ भोपाल में मिलती है, जहां मरीज खुले में हवा खा सकता है। ट्रॉली की सैर कर सकता है और पैसों की बचत भी कर सकता है।' लेकिन मज़ाक के पीछे जो सच्चाई छिपी है, वे हमारे स्वास्थ्य ढांचे की गंभीर विफलता को उजागर करती है।
मामला गर्माया तो विपक्ष भी सरकार पर टूट पड़ा। कांग्रेस के पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल ता तगना है कि, अगर राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल में ये हाल है तो बाकी प्रदेश की स्थिति कल्पना से भी परे है। उन्होंने सरकार से तत्काल जांच और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।