MP News: स्वच्छता रैंकिंग में मध्य प्रदेश का इंदौर लगातार 7वीं बार नंबर वन पर, कई राज्यों को आपत्ति, अब केंद्र सरकार कराने जा रही अलग प्रतिस्पर्धा...
Cleanest City of India: स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर का लगातार 7 बार से अव्वल आना कई राज्यों को नागवार गुजर रहा है। वे बराबरी करने की बजाए इंदौर के अवॉर्ड पर आपत्ति जता रहे है। इन आपत्तियों को देखते हुए केंद्र सरकार लगातार टॉप-10 या टॉप-20 में आने वाले शहरों के बीच अलग स्वच्छता रैंकिंग में प्रतिस्पर्धा कराने जा रही है। बाकी के शहरों की पहले की तरह ही रैंकिंग होंगी। इसकी अंतिम तारीख 31 मार्च है।
जरूरत पर तारीख बढ़ाई जा सकती है। ये बातें केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहीं। वे केंद्रीय बजट के फायदे बताने के लिए रविवार को भोपाल आए थे। मंत्री ने कहा, रैंकिंग के नए प्रावधानों से अच्छा प्रयास करने के बाद भी पिछड़ रहे शहरों का मनोबल बढ़ेगा। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी मौजूद थे।
इंदौर पर आपत्ति करने वालों से इतर कई राज्य बराबरी करने के लिए नवाचार करने में जुटे हैं। पिछली बार गुजरात ने यही किया। नतीजा, इंदौर के साथ सूरत को भी संयुक्त रूप से पहला पुरस्कार मिला।
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