Ladli Behna Yojana: सीएम मोहन यादव लाडली बहनोंं के खाते में भेजेंगे 1500 रुपए, लाडली बहना योजना की 27वीं किस्त में मिलेगा रक्षाबंधन का तोहफा...
Ladli Behna Yojana: रक्षाबंधन से करीब एक महीने पहले मोहन सरकार अगस्त में लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन का नेग देगी। नेग में प्रत्येक बहनों को उनके खाते में 1500 रुपए मिलेंगे। इसमें 1250 रुपए लाड़ली बहना योजना की मासिक किस्त होगी, जबकि 250 रुपए रक्षाबंधन का उपहार।
यह राशि प्रदेश की 1.27 करोड़ बहनों को सीएम डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) रक्षाबंधन का तोहफा देंगे। बता दें, 9 अगस्त को रक्षाबंधन त्योहार है। सीएम की पहल पर त्योहार से कुछ दिन पहले यानी 1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच 27वीं किस्त के साथ 250 रुपए का नेग देगी।
पूर्व सीएम और वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की थी। ये योजना इतनी मशहूर हुई की देश के ज्यादातर राज्य इसे शुरू कर चुनावी दंगल में हाथ आजमाना चाहते हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी मानी जाने वाली भाजपा की बंपर जीत का कारण इसी योजना को माना जाता है।
भाजपा की इस महत्वाकांक्षी योजना का लाभ तब और बढ़ गया जब शिवराज सिंह ने ऐलान किया कि अब रक्षाबंधन साल में एक बार लाड़ली बहनों को 250 रुपए की अतिरिक्त राशि किस्त की राशि के साथ लाडली बहनों के खातों में जमा की जाएगी।
शुरुआत- 5 मार्च 2023, भोपाल से
उद्देश्य- महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना, परिवार में सम्मान दिलाना तथा पोषण सुधारना
पूर्व सीएम शिवराज की योजना को आगे बढ़ा रहे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
शुरुआत- 1000 रुपए
2023 अक्टूबर से - 1250 रुपए
अब घोषणा- दिवाली 2025 से बढ़ेंगे 250 रुपए, 1500 रुपए होगी हर माह की किस्त, वहीं 2028 तक खाते में 3000 रुपए जमा करने का वादा
रक्षाबंधन पर का तोहफा- जुलाई 2025 की किस्त के साथ 250 रुपए का शगुन (Rakshabandhan Bonus), पिछले साल भी मिला था तोहफा, इस तोहफे की शुरुआत भी शिवराज सिंह चौहान ने अपने शासनकाल में ही की थी।
उम्र- 21-60 साल
स्थिति- विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता
निवास- मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना अनिवार्य
आय सीमा- सालाना पारिवारिक आय 2.5 लाख से कम
परिवार में कोई आयकरदाता, सरकारी कर्मचारी या पेंशनर नहीं होना चाहिए।
परिवार के नाम पर पांच एकड़ जमीन से कम कृषि भूमि और निजी चार पहिया वाहन नहीं होना चाहिए।
महिला का खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।
लाडली बहना योजना की किस्त हर महीने की 10-15 तारीख के बीच पात्र महिला के खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाती है।
वर्तमान में1.27 करोड़ से ज्यादा महिलाएं लाड़ली बहना योजना का लाभ ले रही हैं। इसके लिए राज्य सरकार को 22,000 करोड़ रुपए सालाना खर्च करने पड़ते हैं।
लाडली बहना योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया वर्तमान में बंद है। अगस्त 2023 के बाद से अब तक नए पंजीयन नहीं किए जा रहे हैं। पहले आवेदन MP Online, समग्र पोर्टल और ग्राम पंचायत/वार्ड कैंप के माध्यम से किए गए थे।
बता दें कि भाजपा की महत्वाकांक्षी लाडली बहना योजना कांग्रेस के लिए ऐसा मोहरा बनी हुई है, जिसे लेकर एमपी की भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस कई बार मोर्चा खोल चुकी है। चाहे विधान सभा सत्र हों या फिर सामान्य दिन, अक्सर भाजपा को घेरने का मौका तलाश रही कांग्रेस बार-बार एक ही सवाल पूछती है कि आखिर लाडली बहना योजना के तहत प्रदेश की करोड़ों बहनों को सरकार कब तक 3000 रुपए देगी? कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी हों या फिर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी कई बार भाजपा सरकार के वादे पर सवाल उठा चुके हैं। यही नहीं कई बार राजनीतिक गलियारों में ये खबरें भी सुर्खियों में रहीं कि लाडली बहना योजना बंद होने वाली है या जल्द ही बंद हो जाएगी।
जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा था कि इस बार 10 तारीख को लाड़ली बहनों के खाते में पैसा नहीं आया, जबकि पहले बड़े-बड़े होर्डिंग लगाकर इस दिन का प्रचार किया जाता था। जीतू ने मोहन सरकार पर तंज करते हुए पूछा था कि क्या सरकार की नीयत बदल गई है या फिर बजट की हालत खराब हो गई है? बता दें कि हर महीने की 10 तारीख को लाडली बहना योजना की किस्त सीएम लाडली बहनों के खातों में ट्रांसफर करते थे। लेकिन अप्रैल माह में आने वाली लाडली बहना योजना की 23वीं किस्त की राशि 10 तारीख को लाडली बहनों के खातों में नहीं आई, तो कांग्रेस ने मौके का फायदा उठाया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने विधानसभा में सरकार की ओर से प्रस्तुत आंकड़ों का हवाला भी दिया। आंकड़े बताते हुए उन्होंने लिखा था कि, अब तक 15,748 महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु के बाद पोर्टल से हटाए जा चुके हैं। इसके अलावा, 60 वर्ष की उम्र पार कर चुकीं 3,19,991 महिलाओं के नाम भी इस योजना से काट दिए गए हैं।
भाजपा पर वादा निभाने में नाकाम रहने का आरोप भी लगाते हुए 3000 रुपए देने और आयु सीमा में बदलाव की मांग करते हुए इसे 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष औऱ अधिकतम आयु सीमा को 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष तय करने की मांग भी की थी।
मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना बंद होने को लेकर और कांग्रेस के सरकार की वादा खिलाफी के आरोपों की खबर सुर्खियों में आई, तो भाजपा ने बड़ा बयान देकर विपक्ष का मुंह बंद कर दिया। सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया। पिछले दिनों मंडला में आयोजित एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा था कि, विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि लाडली बहना योजना बंद हो जाएगी। उन्होंने तीखा तंज करते हुए कहा था कि, ऐसी पार्टियां बंद हो जाएंगी, लेकिन ये योजना कभी बंद नहीं होगी।
वहीं हाल ही में सीएम मोहन यादव ने लाडली बहनों के खाते में आने वाली राशि बढ़ाने का ऐलान कर दिया। कांग्रेस के हर दावे पर गहरी चोट करते हुए सीएम ने घोषणा की है कि, लाडली बहना योजना की 1.27 करोड़ से ज्यादा महिला लाभार्थियों को दीपावली के बाद 1500 रुपए की राशि लाडली बहना योजना की किस्त के रूप में दिए जाएंगे।
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सीएम ने यह भी कहा कि दीपावली के बाद 1500 राशि के बाद एक बार फिर राशि बढ़ाई जाएगी। इस तरह धीरे-धीरे लाडली बहना योजना की किस्त बढा़ई जाएगी और अभी 2025 चल रहा है, लाडली बहनों को 2028 तक 3000 तक दिए जाएंगे।
ये नया वादा सीएम ने 4 जुलाई को एमपी के सिंगरौली जिले के सराय में आयोजित महिला सशक्तिकरण और आदिवासी गौरव सम्मेलन में की। उन्होंने बताया कि महिलाओं के लिए 27, 147 करोड़़ रुपए का विशेष बजट निर्धारित किया गया है। इसमें लाडली बहना योजना के लिए 18,699 करोड़ रुपए भी शामिल हैं। इसी समय उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी लाडली बहना योजना की किस्त के साथ ही 250 रुपए की अतिरिक्त राशि रक्षाबंधन के तोहफे के रूप में दी जाएगी।
बता दें कि लाडली बहना योजना मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी महिला सशक्तिकरण योजना है। रक्षाबंधन के मौके पर तोहफे (Rakshabandhan 2025 Gift) के 250 रुपए मिलने की खुशी में लाडली बहनों के चेहरे खिले हुए हैं, वे उत्साहित नजर आ रही हैं। इन सभी की निगाहें अगस्त माह की किस्त पर हैं। मोहन यादव 27वीं किस्त की (Ladli Behna Yojana 26th Installment) की राशि के 1500 रुपए लाडली बहनों के खातों में ट्रांसफर करेंगे।
लाडली बहना योजना की 27वीं किस्त और रक्षाबंधन के तोहफे के रूप में मुझे कुल 1500 रुपए मिलेंगे। मेरा एक ही भाई था कुछ साल पहले उसकी मौत हो गई। मायके में अब कोई नहीं है। पति की भी डेथ हो चुकी है। ऐसे मे लाडली बहना योजना मेरी जिंदगी में खुशियां बनकर आई। शिवराज सिंह भैया ने रक्षाबंधन पर 250 रुपए ज्यादा देना शुरू किए और अब हमारे सीएम और मेरे मोहन भैया भी हमें तोहफा दे रहे हैं। मुझे बेसब्री से इस राशि का इंतजार है। जब वो ये कहते हुए 1500 रुपए भेजते हैं कि रक्षाबंधन का उपहार, तो भाई की कमी महसूस नहीं होती।
मैंने लाडली बहना योजना कि किस्त जमा करते हुए पार्लर का काम सीखा और अब घर में ही पार्लर चला रही हूं। इससे उतनी आमदनी तो नहीं होती, लेकिन मेरे दो बच्चों की पढ़ाई का खर्च और खाने-पीने का खर्च निकल जाता है। इस महीने आने वाली लाडली बहना योजना की राशि से मैं पति की मृत्यु के दो साल बाद पहली बार बच्चों की पसंद की मिठाई और उनके लिए कपड़े भी खरीदूंगी। अब बस इंतजार है कि कब हमें 3000 रुपए मिलेंगे। 3000 रुपए मिलने से बड़ा सहारा होगा, हमारे जैसे गरीबों के दिन संवर जाएंगे, हमारी खुशियां डबल हो जाएंगी।
-पूजा शर्मा, लाडली बहना योजना लाभार्थी