MP news: मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना से जुड़ी महिलाओं के लिए एक और बड़ी खुशखबरी, सीएम ने किया एलान, इन लाड़ली बहनों के खाते में आएंगे 5000 रुपए, लाड़ली बहना योजना की किस्त के 1500 रुपए भी...जानें क्या है मोहन सरकार का ये नया कदम
Ladli Behna Yojana 31st Installment: मध्य प्रदेश की महिलाओं के लिए नवंबर के बाद अब दिसंबर भी बड़ी राहत और सशक्तिकरण का महीना साबित होगा। सीएम मोहन यादव मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की 31वीं किस्त के रूप में प्रदेश भर की करोड़ों बहनों के खातो में 1500 रुपए की राशि ट्रांसफर करेंगे। इसी के साथ ही सरकार ने हाल ही में एक अहम घोषणा करते हुए बताया था कि अब उद्योगों में काम करने वाली लाड़ली बहनों को हर महीने अतिरिक्त 5000 रुपए दिए जाएंगे।
सरकार का दावा है कि इस कदम से प्रदेश में महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ेगी और वे रोजगार के क्षेत्र में और अधिक सशक्त होकर आगे बढ़ सकेंगी।
पहले लाड़ली बहना योजना(Ladli Behna Yojana) के तहत महिलाओं को 1,250 रुपए प्रति माह मिलते थे। नई घोषणा के बाद यह राशि बढ़कर 1,500 रुपए प्रतिमाह हो गई है।
-यदि लाड़ली बहना योजना से जुड़ी कोई बहन किसी उद्योग (फैक्ट्री/प्रोडक्शन यूनिट) में नौकरी करती है, तो सरकार उसे अलग से 5,000 रुपए की राशि हर माह देगी। यानी कामकाजी महिलाओं को अब कुल राशि उनकी फैक्ट्री या उद्म से जितना पैसा मिलता है उसके अलावा उसे 5,000 रुपए की सरकारी सहायता राशि और लाड़ली बहना योजना के 1,500 रुपए की राशि भी मिलेगी।
--सीएम का कहना है कि इससे महिलाएं 12,000-13,000 रुपए प्रतिमाह तक की कमाई कर सकेंगी। इससे उनकी आर्थिक समृद्धि और आत्मनिर्भरता और बढ़ेगी।
-लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत हो।
- किसी उद्योग/फैक्ट्री/ मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में नियमित नौकरी करने वाली महिलाएं।
- EPF/ESI/ फैक्ट्री उपस्थिति रिकॉर्ड में उसका नाम हो।
- मासिक वेतन प्राप्त करती हो।
नोट- इनमें वे महिलाएं भी शामिल होंगी जो पहले से ही नौकरी पेशा हैं, वो भी जिन्होंने अभी-अभी नई नौकरी शुरू की। इनकी उपस्थिति और नौकरी की पुष्टि उद्योग विभाग की ओर से सत्यापित हो जाए।
दरअसल सरकार उद्योगो को सब्सिडी प्रदान करेगी। ताकि उद्योगों में ज्यादा से ज्यादा महिलाएं जुड़ सकें और आत्मनिर्भर बनी रहें। ये सब्सिडी मिलने से ये उद्योग महिलाओं को जॉब देने के लिए प्रोत्साहित होंगे। उनकी नौकरी नियमित बनी रहेगी। महिलाओं को वेतन के साथ ही 5000 रुपए की ये राशि मिले, ये भी सुनिश्चित किया गया है।
सीएम मोहन यादव ने स्पष्ट कहा है कि लाड़ली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) केवल आर्थिक सहायता भर नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को काम के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में बड़ा कदम है। सरकार चाहती है कि महिलाएं सिर्फ घर बैठे तय राशि न लें, बल्कि रोजगार, कौशल और आय बढ़ाने के अवसरों से भी जुड़े।
इस घोषणा के तहत सरकार उद्योगों को भी प्रोत्साहन राशि देगी, ताकि वे अधिक से अधिक महिलाओं को रोजगार मुहैया कराएं। यानी महिलाओं को नौकरी देना उद्योगों के लिए भी आर्थिक रूप से फायदे का सौदा साबित होगा। सीएम ने कल 24 नवंबर को ही X पर शेयर की थी पोस्ट...
मध्यप्रदेश में लाड़ली बहना योजना के तहत करोड़ों रुपए हर माह वितरित किए जाते हैं। अब 5000 रुपए वाली प्रोत्साहन राशि के जुड़ने से निजी क्षेत्र में काम कर रही लाखों पात्र महिलाओं को बड़ा आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है।
उद्योग विभाग जल्द ही गाइडलाइन जारी करेगा कि कौन-कौन से उद्योग इस योजना में शामिल होंगे। महिलाओं की उपस्थिति, जॉब प्रोफाइल और वेतन संरचना को लेकर भी नियम तय किए जाएंगे। स्किल डेवलपमेंट विभाग महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उद्योगों में जोड़ने की जिम्मेदारी निभाएगा।
बता दें कि नवंबर खत्म होने को है, लाड़ली बहनों को अभी से इंतजार है कि जल्द ही उनके खातों में 31वीं किस्त के 1500 रुपए आएंगे। किस्त की राशि बढ़ने से उनकी बचत भी होने लगी है। हर महीने 7-10 तारीख के बीच जारी होने वाली किस्त की ये राशि दिसंबर में भी 7-10 दिसंबर तक जारी होने की उम्मीद की जा रही है।
लाड़ली बहना योजना की 31वीं किस्त का स्टेटस चेक करने के लिए सबसे पहले लाड़ली बहना योजना का आधिकारिक पोर्टल https://cmladlibahna.mp.gov.in/ पर जाएं। पोर्टल लॉगिन करने के बाद विंडो खुलेगी जहां से पात्र महिला की मांगी गई बेसिक जानकारी भरना होगा। जानकारी पूरी होने के बाद कैप्चा कोड दर्ज करते हुए सबमिट कर दें। इस तरह से ऑनलाइन स्क्रीन पर बेनिफिशियरी स्टेटस ओपन हो जाएगा। यहां आप अपनी किस्त का स्टेटस चेक कर सकती हैं।
ऐसी लाड़ली बहना जो लाड़ली बहना योजना से जुड़ी हैं और लाभ प्राप्त करना चाहती हैं, तो बता दें कि 31वीं किस्त के लाभ के लिए उनकी उम्र 60 वर्ष से कम होनी चाहिए। किस्त के लिए महिला का ई केवाईसी वेरिफिकेशन होना भी बहुत जरूरी है। महिला के बैंक खाते में डीबीटी या फिर अन्य कोई समस्या होने पर किस्त रोकी भी जा सकती है।