Heavy Rain warning: मध्यप्रदेश में 17 साल बाद बाद रिकॉर्ड बारिश हुई है। टीकमगढ़ में रिकॉर्ड बारिश हुई, राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में झमाझम बरसात से जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने 22 जिलों को लेकर अलर्ट जारी किया है। (Monsoon Update)
Monsoon Update: भोपाल में रविवार को सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करते ही झमाझम बारिश के साथ वर्षा ऋतु की दस्तक हो गई। राजधानी समेत पूरे प्रदेश में सावन जैसी झड़ी लगी रही। दिनभर रिमझिम और तेज बौछारों ने मौसम को खुशनुमा बना दिया। भोपाल में पहली जोरदार मानसूनी बारिश में महज कुछ घंटों में करीब 1 इंच पानी गिरा। वहीं, टीकमगढ़ में 12 घंटे में रिकॉर्ड तोड़ 8 इंच बारिश हुई, जिससे कई बस्तियां जलमग्न हो गईं। (mp weather)
टीकमगढ़ में 17 साल बाद इतनी भीषण बारिश दर्ज की गई। यहां के कलेक्ट्रेट सरकारी आवास, इंद्रपुरी, शिवनगर, सुभाषपुरम जैसे इलाकों में जलभराव से लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं। भोपाल की बात करें तो दोपहर 12 बजे के बाद बारिश शुरू हुई, जो शाम 5 बजे तक रुक-रुक कर चलती रही। इस दौरान बादल महज 240 मीटर की ऊंचाई पर थे और विजिबिलिटी घटकर 1000 मीटर रह गई।
पहली ही बारिश में भोपाल की व्यवस्थाएं चरमराने लगीं। टीनशेड अटल पथ के पास चैंबर उफान पर आ गया। आंबेडकर नगर, अशोका गार्डन, महामाई का बाग जैसी कॉलोनियों में गलियां पानी से लबालब रहीं। सड़कों पर जगह-जगह जलभराव और ट्रैफिक की दिक्कतें दिखीं।
मौसम विभाग (IMD Weather Forecast) ने चेताया है कि प्रदेश में फिलहाल बौछारों का सिलसिला जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय सिस्टम और ट्रफ लाइन के कारण नमी लगातार बढ़ रही है, जिससे तेज बारिश की संभावना है। 25 जून से एक और सिस्टम एक्टिव होने वाला है, जिससे महीने के अंत तक बारिश और तेज हो सकती है। (Heavy Rain warning)
सोमवार को मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर, टीकमगढ़, विदिशा, राजगढ़, रायसेन जैसे जिले शामिल हैं। वहीं 10 जिलों इंदौर, ग्वालियर, शिवपुरी, धार, सागर आदि में भी भारी बारिश की संभावना है। इन इलाकों में बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। (Heavy Rain Warning)