CM mohan yadav- एमपी में विकास कार्यों के लिए दीवाली के पहले ही करोड़ों की सौगात मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
CM mohan yadav- एमपी में विकास कार्यों के लिए दीवाली के पहले ही करोड़ों की सौगात मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को रवीन्द्र भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। यहां राज्य स्तरीय स्वच्छता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने कहा कि सरकार और प्रदेशवासियों के लिए यह उपलब्धि और गर्व का विषय है कि मध्यप्रदेश देश के स्वच्छतम राज्यों में शामिल है। हमारे नगर-निगम अब मेट्रोपॉलिटन सिटी बनने की ओर अग्रसर हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंगल क्लिक से प्रदेश के नगरीय निकायों को 7 हजार करोड़ रुपए की परियोजनाओं की सौगात दी। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी भी उपस्थित थीं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्वच्छता में इंदौर ने नित नए कीर्तिमान गढ़े हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश के उज्जैन, भोपाल और जबलपुर सहित 8 शहरों को स्वच्छता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। स्वच्छता में मंडला, टीकमगढ़ जैसे 6 छोटे जिलों ने भी स्थान बनाया है। राज्य सरकार का संकल्प है कि हम आने वाले समय में शहरों से लिगेसी वेस्ट को समाप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में स्थान प्राप्त करने पर जबलपुर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर, देवास, इंदौर नगर निगम, शाहगंज नगर परिषद, बुदनी नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों एवं सफाई मित्रों को पुरस्कार प्रदान किए। स्वच्छता की विभिन्न कैटेगरी में 64 पुरस्कार प्रदान किए गए।
सीएम मोहन यादव ने बताया कि प्रदेश को दीपावली से पहले ही साढ़े 22 हजार करोड़ रुपए की सौगात मिल रही है। आज 10 हजार करोड़ रुपए की नमामि नर्मदे योजना प्रारंभ की जा रही है। अमृत 2 योजना के अंतर्गत 7 हजार करोड़ रुपए की राशि जारी की जा रही है। 5 हजार करोड़ रुपए की लागत की मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना की भी शुरुआत हो रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आगामी 3 वर्षों में करीब 20 हजार करोड़ रुपए की योजनाएं मूर्तरूप लेंगी। उन्होंने
सिंहस्थ: 2028 का जिक्र करते हुए कहा कि यह उज्जैन का ही नहीं, विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक मेला है। इसके लिए विशाल स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। सिंहस्थ-2028 का आयोजन विश्व के लिए उदाहरण बनेगा।
नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने कहा कि हमें आसपास स्वच्छता के साथ मानसिक स्वच्छता को भी सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। हमें स्वच्छता को संस्कार में लाना होगा। उन्होंने शहरों को सुंदर बनाने के लिए सड़कों और गलियों के साथ-साथ जल संरचनाओं की स्वच्छता की भी जरूरत जताई।