MP News: मुख्य सचिव ने आगर मालवा कलेक्टर प्रीति यादव से पूछा- जिले में नामांतरण समेत जमीन से जुड़े कितने प्रकरणों का निपटारा होना बाकी है? सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर तथ्यात्मक जवाब नहीं दे पाईं।
MP News: मुख्य सचिव अनुराग जैन नेरीवापुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह से पूछा कि जब बिजली कंपनी के सचिव ने पत्र लिखकर बताया कि बिजली कंपनी का माल चोरी हो गया है, तब तो एफआइआर दर्ज होनी थी, क्यों नहीं की? इसमें ऐसी कौन सी बाधा आड़े आ रही थी। पुलिस अधीक्षक ने जवाब दिया, सर मैंने तो आने के बाद एफआइआर दर्ज कराई है। पहले वाले पुलिस अधीक्षक ने क्यों नहीं कराई, इसकी जानकारी नहीं है। असल में मुख्य सचिव शुक्रवार को कमिश्नर, कलेक्टर व पुलिस अधीक्षकों के साथ कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में सामने आई कमियों व उन पर मुख्यमंत्री व स्वयं द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्य सचिव ने आगर मालवा कलेक्टर प्रीति यादव(Agar Malwa Collector Preeti Yadav) से पूछा- जिले में नामांतरण समेत जमीन से जुड़े कितने प्रकरणों का निपटारा होना बाकी है? सूत्रों के मुताबिक कलेक्टर तथ्यात्मक जवाब नहीं दे पाईं। इस पर मुख्य सचिव ने दो टूक कहा- आप लोग जिलों को समझें। तहसीलदार व एसडीएम समेत राजस्व के अधिकारियों के साथ सतत बैठकें करें। ऐसा करने से प्रकरणों के निपटारे में तेजी आएगी, आम लोगों को सहूलियतें होंगी। उन्होंने सभी कलेक्टरों व कमिश्नरों से कहा कि नामांतरण, बटवारा और सीमांकन के अविवादित और विवादित प्रकरणों का निराकरण हर हाल में समय-सीमा के अंदर कराएं।
मुख्य सचिव की मैराथन समीक्षा बैठक करीब चार घंटे चली। इसमें केंद्र व राज्य की अहम योजनाओं व कार्यक्रमों में पिछड़ने वाले जिलों के कलेक्टरों, एसपी से वजह पूछी गई। कई कलेक्टरों ने खुलकर वजह साझा की, परेशानी बताईं। सीएस ने कहा कि प्रत्येक का हल है। समूह में समन्वय बनाकर काम करें। कमजोरियां पर फोकस करें।