MP News: मध्यप्रदेश की सियासत में इन दिनों चुंबन को लेकर बवाल मचा हुआ है।
MP News: मध्यप्रदेश में भाजपा नेताओं की अभ्रद टिप्पणियों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इन दिनों सियासत में चुंबन को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है। गुरुवार को शाजापुर में कैलाश विजयवर्गीय ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि हमारे प्रतिपक्ष के नेता ऐसे हैं कि अपनी जवान बहन को बीच चौराहे पर चुंबन करते हैं। अब उसी को लेकर मंत्री विजय शाह समर्थन जताते हुए कहा है कि बहन भी हैं तो क्या मैं सार्वजनिक रूप से चुंबन लूंगा। हालांकि, शुक्रवार मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान से पलटी मारते हुए कहा कि मैं भी अपनी बहन का सिर चूमता हूं।
जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान का समर्थन जताते हुए कहा कि ये मेरी (विधायक कंचन तनवे की तरफ इशारा करते हुए) सगी बहन भी हैं तो क्या मैं सार्वजनिक रूप से चुंबन लूंगा। यह हिंदुस्तानी संस्कृति और सभ्यता नहीं सिखाती है। आप एक बार खुद ट्राय करके देख लीजिए। ये हमारी संस्कृति नहीं है, हमारी सभ्यता, रीति-रिवाज और परंपरा यह नहीं सिखाते हैं और जो सिखाते हैं, अपने घर में करें, चौराहे पर नहीं।
गुरुवार को शाजापुर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि हमारे नेता प्रतिपक्ष हैं, वो अपनी जवान बहन को बीच चौराहे पर चुंबन करते हैं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि आप में से कौन है, जो अपनी जवान बहन-बेटी को शारीरिक रूप से चुंबन किया हो। ये संस्कारों का अभाव है। ये संस्कार तो विदेशी संस्कृति के हैं। भारत चलेगा तो हमारे देश की संस्कृति संस्कारों से चलेगा। हमारे संस्कार के आधार पर चलेगा। हमारे देश में दो धाराएं चल रही हैं। जो कि भारत को मजबूत कर रही है।
आज शुक्रवार को कैलाश विजयवर्गीय ने सफाई देते हुए कहा कि मैं किसी रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्न चिन्ह नहीं लगा रहा हूं। भारतीय संस्कृति में सभी रिश्ते पवित्र हैं। लेकिन रिश्तों की एक मर्यादा है, मैं उसकी बात कर रहा हूं। मैंने जो कहा वो ये बात है कि विदेशों में ये चलता है। हमारे यहां इस तरह की संस्कृति नहीं हैं।
आगे कैलाश ने कहा आप भी पत्रकार हैं। आप अपनी बहन को बीच चौराहे पर आलिंगन करते हैं क्या? हमारे संबंध प्रेम के संबंध हैं। मैं भी अपनी बहन का सिर चूमता हूं। मैं रिश्ते की पवित्रता पर प्रश्न चिन्ह नहीं उठा रहा हूं। मेरा पूरा भाषण सुनते तो यह प्रश्न ही नहीं उठता। मैंने भारतीय संस्कृति और विदेशी संस्कृति की बात की है।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बयान पर पलटवार करते हुए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि मैं भाजपा की कार्यकर्ता बहनों, नेताओं और देश-प्रदेश के नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि ऐसी विकृत मानसिकता के व्यक्ति यदि सत्ता में बैठेंगे तो इस देश की संस्कृति और पारिवारिक पृष्ठभूमि की रक्षा कैसे होगी। कैलाश विजयवर्गीय ने जो टिप्पणी की वो राहुल गांधी पर नहीं बल्कि भारत की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता पर टिप्पणी की है।
आगे पटवारी ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय को मुख्यमंत्री नहीं बनाया। इनको मुख्यमंत्री बनना है। 70 साल के बुजुर्ग हो गए हैं। मतलब कैलाश विजयवर्गीय बूढ़े हो गए हैं। अभी मुख्यमंत्री नहीं बने तो पागल हो गए हैं। वो पगलाहट में ऐसी बातें कर रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय को माता रानी सदबुद्धि दें।
भोपाल जिला कांग्रेस ने मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा दिए गए भाई बहन के पवित्र रिश्ते पर अभद्र बयान पर सांकेतिक रूप से उनकी जुबां पर गंगाजल से शुद्धिकरण किया। साथ ही उनके इस्तीफे की भी मांग की।