MP Rain: मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री के बाद तूफानी बारिश हो रही है। राजधानी भोपाल में शाम होते ही तेज बारिश शुरु हो गई। वहीं उज्जैन में बिना बारिश के ही शिप्रा नदी में बाढ़ आ गई। जिससे कई कारें पानी में बह गई।
MP Rain: मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री के बाद से तूफानी बारिश का दौर जारी है। प्रदेश की राजधानी में शाम को मौसम ने करवट बदला और झमाझम बारिश शुरु हो गई। राजधानी भोपाल स्थित बड़ा तालाब का भी जल स्तर बढ़ गया है।इधर, उज्जैन की शिप्रा नदी में बाढ़ जैसे हालत हो गए। यहां पर स्थित छोटे-छोटे मंदिर डूब गए और तीन कारें भी पानी में बह गई हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों में तेज बारिश को लेकर संभावना जताई है।
मध्यप्रदेश के 12 जिलों को लेकर मौसम विभाग ने बड़ी चेतावनी दी है। बैतूल, हरदा, बुरहानपुर खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलिराजपुर, धार, इंदौर छिंदवाड़ा, बालाघाट और पांदुर्णा जिलों में भारी बारिश के साथ गरज-चमक का येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ नर्मदापुरम, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर अगरमालवा मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकला, सिंगरौली सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, पत्रा, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर जिलों में गरज-चमक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
बता दें कि, मौसम विभाग के द्वारा नदियों और उसके आसपास रहने वाले लोगों को सख्त निर्देश दिए गए है कि पानी से दूरी बनाकर रखें। हालांकि, बारिश के बाद से लोगों को उमस भरी गर्मी से थोड़ी राहत मिली है।
उज्जैन की शिप्रा नदी में रविवार को बिना बारिश के ही जलस्तर बढ़ गया। जिस वजह से घाट के किनारे छोटे-छोटे मंदिर डूब गए हैं। पानी का बहाव इतना तेज था कि रपटे के किनारे पार्किंग में खड़ी दो कारें भी पानी में बह गई। जिस वजह से आवागमन ठप्प हो गया है।