MP News : मध्यप्रदेश के छह सहकारी दुग्ध संघ, छह हजार सहकारी दुग्ध उत्पादन समितियों, शीत केंद्रों और संयंत्रों को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) टेकओवर करेगा।
MP News :मध्यप्रदेश के छह सहकारी दुग्ध संघ, छह हजार सहकारी दुग्ध उत्पादन समितियों, शीत केंद्रों और संयंत्रों को राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) टेकओवर करेगा। फिलहाल पांच साल के लिए संचालन एनडीडीबी करेगा। केंद्र और राज्य मिलकर इस क्षेत्र में 1500 करोड़ खर्च करेंगे। रवींद्र भवन में केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और सीएम डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में रविवार को राज्य स्तरीय सहकारिता सम्मेलन में यह टेकओवर-हैंडओवर होगा। किसान इसके साक्षी बनेंगे।
एनडीडीबी दुग्ध समितियों को 6 हजार से बढ़ाकर 9 हजार करेगा। नए संयंत्र स्थापित करेगा। ऐसा कर मध्यप्रदेश में उत्पादित दूध की सहकारी सिस्टम में लाया जाएगा, ताकि उपभोक्ताओं को सस्ता दूध मिले, किसानों को अच्छा दाम मिले और युवाओं को रोजगार मिल सके।
दुग्ध संघ भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और सागर में हैं। समितियां गांवों में, शीत केंद्र ब्लॉक में हैं। स्थापना 40 साल पहले हुई। बारिश में 12-15 लाख लीटर और गर्मी में 8-10 लाख लीटर दूध रोज आता है। मध्यप्रदेश दूध उत्पादन में उत्तरप्रदेश और राजस्थान के बाद तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।
...तो मुश्किल: 5 से 10 साल पुरानी निजी कंपनियों करोड़ों रुपए कमा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि खामियों के चलते दुग्ध संघ सफल नहीं हुए। इन खामियों को दूर किए बिना एनडीडीबी का भी सफल होना मुश्किल होगा।