Nitin Gadkari - मध्यप्रदेश में सड़कों की हालत खराब है। यहां तक कि एनएचएआई के भी कई हाईवे बदहाल हो चुके हैं।
Nitin Gadkari - मध्यप्रदेश में सड़कों की हालत खराब है। यहां तक कि एनएचएआई के भी कई हाईवे बदहाल हो चुके हैं। ऐसे ही एक हाईवे की पोल तब खुली जब खुद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी यहां से गुजरे। उन्होंने हाईवे की हालत पर जमकर गुस्सा जताया। बड़े अफसरों पर सख्ती दिखाई। यहां तक कह दिया कि क्या ठेकेदारों से पैसे ले रहे हो! केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जिम्मेदार अधिकारियों के प्रमोशन रोकने की भी चेतावनी दी। तीन दिन पूर्व 28 अक्टूबर को औद्योगिक संगठन CII के एक कार्यक्रम में उन्होंने सार्वजनिक रूप से ये बातेें बताईं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पिछले सप्ताह सपरिवार घूमने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व आए थे। दो दिन के इस निजी दौरे के दौरान वे बैतूल-भोपाल हाईवे से गुजरे थे। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी यहां के बरेठा घाट के आसपास की जर्जर सड़क से खुद रूबरू हुए जिसपर बाद में नाराजगी भी जताई। अफसरों को तलब किया और उन्हें सख्त हिदायतें भी दीं।
औद्योगिक संगठन CII के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने दौरे का उल्लेख करते हुए बताया कि बैतूल से इटारसी के बीच करीब 8 किलोमीटर की रोड बंद है। बैतूल के आगे की सड़क भी बदहाल थी। हाईवे की खराब सड़क के लिए उन्होंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर (PD) और रीजनल ऑफिसर (RO) को जिम्मेदार ठहराया।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैंने दोनों अधिकारियों को बुलाकर उनसे रोड की क्वालिटी पर सवाल किए। उनसे पूछा कि तुम्हें ये नहीं दिखता! इतना ही नहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने PD और RO से सीधा सवाल कर लिया कि ठेकेदार से हफ्ता मिल रहा है क्या!
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 10 साल की डिफेक्ट लायबिलिटी के लिए ठेकेदार की बजाए अधिकारियों के पीछे लगना पड़ेगा। खराब सड़क पर अधिकारी के परफॉर्मेंस का ऑडिट करो। ऐसे अधिकारियों का प्रमोशन मत करो। गडकरी ने बताया कि बैतूल-भोपाल हाईवे की खराब सड़क को लेकर उन्होंने मंत्रालय के सचिव को पत्र भी भेजा है।