Patrika Raksha Kavach Abhiyan: प्लेटिनम प्लाजा अटल पथ स्थित पार्क में जागरुकता कार्यक्रम में बोले एक्सपर्ट, बताया कैसे रहें अलर्ट, कैसे बने जागरूक...
Patrika Raksha Kavach Abhiyan: पत्रिका की ओर से साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ चलाए जा रहे पत्रिका रक्षा कवच अभियान के तहत जगह-जगह जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। इस दौरान किस तरह साइबर अपराधों का जाल बढ़ रहा है और लोग किस तरह साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं, साथ ही इससे बचाव को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है।
अभियान के तहत मंगलवार को प्लेटिनम प्लाजा अटल पथ स्थित पार्क में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में न्यू मार्केट के वितरकों ने भाग लिया। जागरुकता कार्यक्रम में पत्रिका भोपाल के प्रसार महाप्रबंधक वीपीएस भदौरिया, एजीएम सर्कुलेशन दीपक व्यास ने मौजूद लोगों को इस अभियान के बारे में जानकारी दी।
इस दौरान मौजूद लोगों ने पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इसके जरिए लोग जागरूक हो रहे हैं। इस तरह की पहल से ही साइबर फ्रॉड को रोका जा सकता है।
वर्तमान में कई लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं, ऐसे में जागरुक और सर्तक रहना बेहद जरूरी है। इस मौके पर अनेक लोगों ने अपने अनुभव भी बताए, साथ ही संकल्प लिया कि वे खुद भी सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।
इस दौरान कार्यक्रम में कन्हैयालाल, लक्ष्मीकांत गुप्ता, गिरीश चौधरी, राजेश भिड़े, बन्नालाल, मिङ्क्षलद, भोजपाल, सुनील कलपूरे, अरुण जावड़े, रिंकू, बृजेश पटेल, सत्यनारायण, प्रेमशंकर, बृजेश रिछारिया सहित अन्य लोग मौजूद थे।
ऑनलाइन माध्यम से शापिंग को लेकर भी कई तरह के फ्राड हो रहे हैं, ऐसे में सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। आए दिन साइबर फ्रॉड की घटनाएं हो रही है, इसके लिए सावधानी सबसे अधिक जरूरी है। पत्रिका अभियान के माध्यम से जो लोगों को जागरूक किया जा रहा है, उससे ऐसी घटनाओं पर विराम लगेगा।
-संजय पॉलघंटरवार, वितरक
मुझे एक सप्ताह पहले ही फोन आया था कि मैं आपके बैंक से बोल रहा हूं, आपके खाते में बेलेंस नहीं है। खाता मैंटेन करने के लिए इस क्यूआरकोड पर पेमेंट कर दो, जिससे खाता मेंटेन हो सके। इस तरह के झांसे देकर फ्राड हो रहे हैं, इसलिए अनजाने कॉल पर भरोसा न करे। पत्रिका अभियान की सराहना की।
-लक्ष्मीकांत गुप्ता, वितरक