Per capita income- समृद्ध हो रहा एमपी, प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ी, बजट में भी कई गुना बढ़ोत्तरी
Per capita income- मध्यप्रदेश विधानसभा का बुधवार को एक दिन का विशेष सत्र आयोजित किया गया। सीएम मोहन यादव सहित सभी मंत्री व विधायक इसमें शामिल हुए। राज्यपाल मंगुभाई पटेल का सीएम मोहन यादव ने स्वागत किया। विधानसभा के 70 वर्ष की गौरवशाली यात्रा पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित विशेष सत्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर, विकसित और समृद्ध बनाने के संकल्प पर चर्चा का प्रस्ताव रखा। इस पर प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकसित भारत-2047 के विकास का विजन दिया है। हमें विकसित मध्यप्रदेश @2047 को ध्यान में रखकर आलोचनाओं से हटकर प्रगति के सुझाव को प्राथमिकता देनी होगी। इस मौके पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश की समृद्धि को आंकड़ों से रेखांकित किया।उन्होंने बताया कि 1956 की तुलना में प्रदेशवासियों की प्रति व्यक्ति आय में कई गुना इजाफा हो चुका है।
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा में कहा कि जब भारत 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरा करेगा, तब इतिहास पूछेगा कि मध्यप्रदेश ने अपने हिस्से की जिम्मेदारी किस तरह से निभाई है! उन्होंने सदन को सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट, सिंहस्थ-2028 की जानकारी दी। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि राज्य में राम वन पथ गमन और श्रीकृष्ण पाथेय का विकास किया जा रहा है। इससे प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश ने आर्थिक विकास, पर्यटन, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, नवाचार, सामाजिक कल्याण और सांस्कृतिक गौरव के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। प्रदेश का जन्म एक विशिष्ट और असामान्य ऐतिहासिक संयोग का परिणाम था। इस क्षेत्र के निवासियों द्वारा कभी किसी पृथक मध्यप्रदेश राज्य की मांग नहीं की गई थी। स्वतंत्रता के बाद गठित राज्य पुनर्गठन आयोग मूलत: भाषायी आधार पर राज्यों के गठन की प्रक्रिया का कार्य कर रहा था, पर मध्यप्रदेश का निर्माण भाषायी नहीं, बल्कि प्रशासनिक और भौगोलिक स्थिति के आधार पर हुआ है।
मध्यप्रदेश आर्थिक रूप से अवश्य पिछड़ा था पर केन्द्रीय स्तर पर राजनीतिक भागीदारी जरा भी कम नहीं थी। विशेष तौर पर स्वर्गीय डॉ. शंकरदयाल शर्मा का जिक्र करते हुए कहा कि वे उप राष्ट्रपति और बाद में देश के राष्ट्रपति भी बने।
नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश के विकास की आंकड़ों से पुष्टि की। प्रदेश की समृद्धि की ओर इशारा करते हुए उन्होंने बताया कि 1956 में प्रति व्यक्ति आय मात्र 261 रुपए थी, जो आज बढ़कर एक लाख 50 हजार रुपए से ज्यादा हो चुकी है। राज्य का बजट 1956 में 493 करोड़ रुपए का था, जो अब बढ़कर 4.21 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि प्रदेश की साक्षरता दर भी काफी बढ़ी है। यह आंकड़े हमारी विकास यात्रा को दर्शाते हैं।