भोपाल

पीएम नरेंद्र मोदी के लिए उज्जैन में बड़ा अनुष्ठान, पितृ दोष दूर करने पिशाच मुक्तेश्वर की करेंगे साधना

Pishacha Mukteshwar Mahadev ritual in Ujjain for PM Narendra Modi उज्जैन के 84 महादेव में से 68 वें महादेव पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को अनुष्ठान शुरु हुआ। इसके अंतर्गत पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाचों को मुक्ति प्रदान करनेवाले महादेव की विशेष पूजा की जा रही है।

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May 28, 2024
Pishacha Mukteshwar Mahadev ritual in Ujjain for PM Narendra Modi

Pishacha Mukteshwar Mahadev ritual in Ujjain for PM Narendra Modi जब देशभर में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है और लोग रिजल्ट के लिए 4 जून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं तब पीएम नरेंद्र मोदी के लिए उज्जैन में एक बड़े अनुष्ठान की तैयारी चल रही है। इस अनुष्ठान में पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाच मुक्तेश्वर महादेव की आराधना की जा रही है। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत और नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद पर आसीन कराने के लिए यह विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है।

उज्जैन के शिप्रा तट पर श्मशान भूमि शोध संस्थान उज्जैन के तत्वावधान में यह अनुष्ठान किया जा रहा है। उज्जैन के 84 महादेव में से 68 वें महादेव पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में मंगलवार को अनुष्ठान शुरु हुआ। इसके अंतर्गत पितृ दोष दूर करने के लिए पिशाचों को मुक्ति प्रदान करनेवाले महादेव की विशेष पूजा की जा रही है।

अनुष्ठान के संयोजक पंडित रामनरेश शुक्ला बताते हैं कि बीजेपी की पूर्ण बहुमत से सरकार बने और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनें, इस भावना के साथ पिशाच मुक्तेश्वर महादेव साधना की जा रही है। देश के चहुंमुखी विकास के लिए यह अनुष्ठान शुरु किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह तक इस संकल्प के निमित्त विशेष पूजा की जाएगी।

गौरतलब है कि उज्जैन में शिप्रा तट रामघाट पर पिशाच मुक्तेश्वर महादेव का प्राचीन मंदिर है। उज्जैन के 84 महादेव में ये 68वें स्थान पर हैं। मंदिर में काले पाषाण का शिवलिंग है। मान्यता है कि इस शिवलिंग के दर्शन करने से मौत के बाद पिशाच योनि नहीं मिलती है। पिशाच मुक्तेश्वर महादेव की पूजा अर्चना करने पर जो पितृ नर्क की यातना भोग रहे हों, वे भी पिशाच की योनि से मुक्त हो जाते हैं।

रामघाट पर पिशाच मुक्तेश्वर महादेव मंदिर शिप्रा आरती द्वार के पास धर्मराज मंदिर के सामने स्थित है। रामघाट पर पिंड विसर्जन के पूर्व पिशाच मुक्तेश्वर के दर्शन करवाने लाए जाते हैं, ताकि पितरों को पिशाच की योनि न मिले। स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में पिशाच मुक्तेश्वर का उल्लेख है।

Updated on:
28 May 2024 07:01 pm
Published on:
28 May 2024 06:55 pm
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