Omkareshwar rope way एमपी में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ ही एक और ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर भी स्थित है।
एमपी में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के साथ ही एक और ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर भी स्थित है। यह ज्योतिर्लिंग यूं तो सड़क मार्ग से चारों ओर से जुड़ा है पर यहां आना जाना और सुगम बनाया जा रहा है। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग जाने के लिए
अब पैदल पुल का भी प्लान बनाया गया है। इसे रोप वे के माध्यम से जैन तीर्थ सिद्धवरकूट से जोड़ा जाएगा। इससे जहां श्रद्धालुओं को सुविधा होगी वहीं धार्मिक पर्यटन को भी खासा बढ़ावा मिलेगा। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग जाना आसान करने के राज्य के सेतु निगम ने प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज दिया है।
अधिकारियों के अनुसार ओंकारेश्वर में नया रोप वे पैदल पुल बनाया जाएगा। इससे सिद्धवरकूट को सीधा ओंकार पर्वत से जोड़ जाएगा। रोप वे पुल से ओंकारेश्वर का 35 किमी का फेरा बच जाएगा। रोपवे से ओंकारेश्वर से सैलानी टापू को भी जोड़ा जाएगा। पर्वतमाला परियोजना के अंतर्गत यह काम किया जाएगा। रोप वे (पैदल पुल) करीब 38 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा।
बता दें कि सिद्धवरकूट से ओंकारेश्वर महज दो किलोमीटर दूर है लेकिन पुल नहीं होने से लोगों को करीब 35 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है। ओंकारेश्वर से मोरटक्का, बड़वाह होते हुए सिद्धवरकूट पहुंचना पड़ता है। सिद्धवरकूट जैनों का प्रमुख तीर्थस्थल है देशभर से लाखों लोग आकर ओंकारेश्वर भी जाते हैं। ओंकारेश्वर से श्रद्धालु बांध के रास्ते सीधे सिद्धवरकूट पहुंच सकते है, लेकिन इसके लिए विशेष अनुमति जरूरी है।
सेतु निगम, खंडवा के उपयंत्री प्रतीक मंडलोई के मुताबिक रोप वे पैदल पुल का निर्माण का प्रस्ताव है। इसे उज्जैन के सिंहस्थ 2028 के विकास कार्यों में शामिल किया गया है। सरकार की स्वीकृति मिलते ही निर्माण शुरु कर देंगे।