MP News: शासन से मंजूरी मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
MP News: मप्र पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा- 2023 में सॉल्वर गैंग के द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने का खुलासा होने के बाद पुलिस का खुद का भर्ती बोर्ड बनाने की चर्चा शुरू हो गई थी। इसके कुछ माह बाद ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ऐलान किया कि पुलिस का खुद का अपना भर्ती बोर्ड बनाया जाएगा। जिसके बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा युद्ध स्तर पर बोर्ड बनाने की कवायद शुरू की गई और प्रस्ताव बनाकार शासन के पास भेज दिया गया। जहां से मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। शासन से मंजूरी मिलते ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बता दें करीब 17 साल बाद पुलिस विभाग खुद ही सिपाही एवं सब- इंस्पेक्टरों की भर्ती करवाएगा। इससे पहले साल 2009 तक पुलिस के चयन एवं भर्ती शाखा द्वारा किया जाता था। लेकिन बाद में सवाल खड़े होने के बाद परीक्षा आयोजित की जिम्मेदारी ईएसबी (तत्कालीन व्यापमं) को दे दी गई थी।
स्पेशल डीजी/एडीजी (चेयरमैन)
आईजी, डीआईजी, एआईजी
डीजीपी द्वारा नामांकित दो अफसर
वित्त, लीगल सेल सहित अन्य नए पदों का सृजन
पुलिस द्वारा सरकार की घोषणा के बाद भर्ती बोर्ड का प्रस्ताव तैयार करने से पहले सात राज्यों के बोर्डों की कार्यप्रणाली का अध्ययन करवाया गया। इनमें तमिलनाडु, केरल, उप्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात और तेलंगाना राज्य शामिल हैं। उसके बाद पुलिस द्वारा एक नया प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेजा गया है।
पुलिस विभाग के चयन एवं भर्ती शाखा का दफ्तर पीएचक्यू में ही संचालित हो रहा है। लेकिन भर्ती बोर्ड के लिए भदभदा रोड स्थित एक नया दफ्तर तैयार किया जा रहा है। क्योंकि बोर्ड का गठन होने के बाद एक नई व्यवस्था संचालित होगी। जिसमें ज्यादा स्टॉफ सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं करनी होंगी। इसलिए पुलिस मुख्यालय से अलग दफ्तर तैयार किया जा रहा है।
प्रदेश में अभी करीब 25 हजार पद रिक्त हैं। जिसमें से 7500 आरक्षकों की भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन हाल ही में जारी किया गया। जिसके आवेदन की प्रक्रिया भी 15 सितंबर से शुरू हो गई है। बता दें शासन स्तर पर 8500 पुलिसकर्मियों की भर्ती के लिए मंजूरी दी गई थी। जिसमें 7500 पद सिपाहियों और सूबेदार व सब इंस्पेक्टर के 500 पद और ऑफिस स्टाफ के 500 पदों पर भी भर्ती की जाएगी।
साल 2009 से पहले तक पुलिस द्वारा ही सिपाही और सब इंस्पेक्टर्स की भर्ती परीक्षा कराई जाती थी। जिसमें प्रश्नपत्र तय करने से लेकर शारीरिक दक्षता परीक्षा तक पुलिस द्वारा ही आयोजित करवाई जाती थी। लेकिन बाद में सवाल खड़े होने के बाद लिखित परीक्षा की जिम्मेदारी ईएसबी को दे गई लेकिन शारीरिक परीक्षा अभी भी पुलिस के चयन एवं भर्ती शाखा द्वारा ही करवाई जाती थी।
नए भर्ती बोर्ड का पुलिस द्वारा तैयार किया गया प्रस्ताव देश के सात राज्यों के बने भर्ती बोर्ड के दस्तावेजों के अध्ययन के बाद तैयार किया गया है। जिसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। जहां से मंजूरी मिलते ही आगे की प्रक्त्रिस्या शुरू की जाएगी। -शाहिद अबसार, एडीजी, चयन एवं भर्ती