Rabies Alert in MP: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में डॉग बाइट के सबसे ज्यादा मामले, लेकिन अब बिल्ली, गीदड़, चमगादड़, खरगोश, गिलहरी के काटने का मामले भी बढ़े, इन जानवरों के काटने से इतर घर की किचन में भी रेबीज का नया खतरा, तेजी से बढ़ रहे केस...
Rabies Alert in MP: शहर में आवारा कुत्तों और अन्य जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। जेपी अस्पताल के आंकड़े बताते हैं कि जनवरी 2025 से 22 जुलाई 2025 तक सात हजार से अधिक लोग जानवरों के काटने का शिकार हुए हैं। इसमें डॉग बाइट के मामले सबसे ज्यादा है। इनमें से 6000 पुरुष और 1442 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा, बिल्ली द्वारा काटे जाने के 442, बंदर के 69, और चूहे के 81 मामले भी सामने आए हैं।
हैरानी की बात यह है कि गिलहरी, खरगोश, गाय, गीदड़, चमगादड़ और यहां तक कि इंसानों और बच्चों के काटने के भी केस दर्ज हुए हैं। रेबीज का खतरा सिर्फ काटने तक सीमित नहीं है। रेबीज युक्त बकरी और गाय का दूध पीने से 19 मरीजों को संक्रमण हुआ, जबकि रेबीज संक्रमित गाय के संपर्क में आने से भी 2 केस दर्ज हुए हैं। चमगादड़ के काटने के 3 मामले भी सामने आए हैं।
रेबीज एक जानलेवा बीमारी है और इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। किसी भी जानवर के काटने की स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाना जरूरी है। खासकर दूध से संक्रमित होने वाले मामले नए खतरे के रूप में सामने आए हैं।
डॉ. राकेश श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, जेपी अस्पताल