MP Monsoon Tourism: जब बारिश की बूंदें धरती से टकराती हैं, तो मध्य प्रदेश में जैसे जान आ जाती है। पहाड़ों से उतरते झरने, हरे-भरे जंगल, बादलों की चादर और पानी की कलकल करती आवाजें, ये सब कुछ मिलकर मध्यप्रदेश को मानसून का स्वर्ग बना देते हैं। टूरिस्ट प्लेस पर टूरिस्ट की भीड़ उमड़ पड़ती […]
MP Monsoon Tourism: जब बारिश की बूंदें धरती से टकराती हैं, तो मध्य प्रदेश में जैसे जान आ जाती है। पहाड़ों से उतरते झरने, हरे-भरे जंगल, बादलों की चादर और पानी की कलकल करती आवाजें, ये सब कुछ मिलकर मध्यप्रदेश को मानसून का स्वर्ग बना देते हैं। टूरिस्ट प्लेस पर टूरिस्ट की भीड़ उमड़ पड़ती है। हर तरफ भीड़ परिवार की पिकनिक के रंग फीके भी कर देती है। लेकिन आज भी अजब-गजब मध्य प्रदेश में कुछ ऐसे झरने हैं, जो इतने खूबसूरत हैं कि स्विट्जरलैंड की याद दिला दें। इस पर सोने पर सुहागा ये कि ये वे टूरिज्म प्लेस हैं, जो अब भी एमपी के टूरिस्ट मैप पर जगह नहीं बना पाए हैं। अगर आप भी इन दूधिया झरनों का मजा लेना चाहते हैं, तो जरूर पढ़ें ये खबर...
मानसून में मध्य प्रदेश में घूमने के लिए 5 अनदेखे लेकिन जादुई झरने – जहाँ न भीड़ है, न शोर, बस प्रकृति की आवाज़े हैं और आपकी सांसें। आइए, इन अनसुनी-सी जगहों को जानिए।
नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बाघ झरना एक कम चर्चित, लेकिन बेहद खूबसूरत झरना है। मानसून में इसका बहाव दोगुना हो जाता है। झरने के चारों ओर फैली हरियाली, पक्षियों की आवाजें और शुद्ध वातावरण इसे ट्रेकर्स और नेचर लवर्स के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन बना देते हैं।
झाबुआ जिले का रामगढ़ जलप्रपात बेहद ही आकर्षक है, लेकिन अब तक इसके बारे में कम ही लोग जानते हैं। भारी बारिश के दिनों में यह झरना बेपनाह खूबसूरती अपने में समेटे रहता है। तेज बहाव के साथ गिरता पानी रोमांच पैदा करता है और आपकी यात्रा को साहसिक बना देता है। इसके आसपास की गुफाएं और चट्टानें इसे मिस्टिरियस टच देती हैं।
पातालपानी झरना इंदौर से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर है, लेकिन मानसून में इसकी खूबसूरती देखकर आप वाह कह उठेंगे। ट्रैकिंग करते हुए वहां तक पहुंचना एक छोटा एडवेंचर है, लेकिन इसका सौंदर्य आपकी थकान को छूमंतर कर देता है।
रीवा जिला अपने चाचाई और बहुतरा जलप्रपात के लिए मशहूर है, लेकिन केवटी झरना अब भी टूरिज्म से दूर है। यहां का सौंदर्य वाइल्ड और रॉ शेडेड है, गहरी घाटियां, ऊंचाई से गिरता पानी और जंगल के बीच एकदम शांत वातावरण आपको अध्यात्म का अनुभव जरूर करा देगा।
छतरपुर के पास स्थित जमनी झरना, प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफर्स के लिए बड़ा खजाना है। बारिश के समय यह झरना चट्टानों से होता हुआ इतने तेज बहाव से गिरता है कि इसकी गूंज दूर-दूर तक सुनाई देती है।
इनमें से ज्यादातर झरने कमर्शियल टूरिज्म से दूर हैं। यहां आपको नेचर मिलेगा, लोकल लोग मिलेंगे और सबसे जरूरी सुकून मिलेगा। यहां न ज्यादा खर्च है, न प्लास्टिक से पटे ट्रेल्स। ये झरने आपको मध्यप्रदेश का एक और चेहरा दिखाते हैं, जो शांत, सौंदर्य का प्रतीक है।
तो अगर आप भी मानसून में भीड़भाड़ से दूर घूमने का असली आनंद लेना चाहते हैं, एक नेचुरल एक्सपीरियंस का एडवेंचर लेना चाहते हैं, तो इन झरनों की ओर रुख करें। मध्य प्रदेश में प्राकृतिक सौंदर्य की कोई कमी नहीं है, बस ज़रूरत है उसे खोजने और सहेजने की। तो है ना एमपी अजब-गजब, जितना घूमें उतना कम...।